गोलबाजार की दुकान में लगी आग,तीसरी मंजिल से कूदकर तीन ने बचाई जान
रायपुर ! राजधानी में पखवाड़े के भीतर आग लगने की तीन बड़ी घटनाएं घटित हो गई है। रेलवे स्टेशन के पार्किंग, रहमानियां चौक के होटल तुलसी के बाद आज गोलबाजार के एक पांच मंजिला भवन में आग लग गई।;
6 घंटे बाद आग पर काबू पाया गया
रायपुर ! राजधानी में पखवाड़े के भीतर आग लगने की तीन बड़ी घटनाएं घटित हो गई है। रेलवे स्टेशन के पार्किंग, रहमानियां चौक के होटल तुलसी के बाद आज गोलबाजार के एक पांच मंजिला भवन में आग लग गई। शहर के मालवीय रोड स्थित जाना माना बाजार गोलबाजार स्थित मणिक होम एप्लाएंस सेल्स में अचानक आग लगी। दुकान में प्लास्टिक एवं लकड़ी से बने सामान होने की वजह से आग ने विकराल रूप ले लिया। दूसरे मंजिल में लगी आग तीसरी मंजिल तक पहुंच गई। वहीं तीसरी मंजिल में रहने वाले तीन लोगों ने कूदकर अपनी जान बचाई। जिसमें से एक महिला सहित तीन लोग घायल हुए हैं। जिन्हे अस्पताल में भर्ती किया गया। जिसमें से दो को छुट्टी दे दी गई है। वहीं एक अभी भी अस्पताल में भर्ती है। मौके पर पहुंची दमकल की गाडिय़ों ने लगभग 6 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग पर काबू पाने के बाद भी काफी देर रात तक दमकल की एक गाड़ी वहीं रुकी रही। अभी तक आग लगने के कारण का पता नहीं चल पाया है, लेकिन ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि यह आग शार्ट सर्किट होने की वजह से लगी है। इस घटना से लाखों रुपए के नुकसान होने का अनुमान है। राजधानी में बेतरतीब बसाहट के चलते आग लगने की घटना के कारण कभी भी भारी जनहानि होने का अंदेशा है। राजधानी के नगर निगम के फायर अमले के पास अच्छी दमकल वाहने नहीं होने से यह आशंका बनी हुई है। नगर निगम टैक्स वृद्धि और अग्निशमन शुल्क वसूलने के बाद भी लोगों को अच्छी सुविधाएं नहीं दे पा रहा है जिससे राजधानीवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
राजधानी में रविवार दोपहर एक बार फिर दहशत का माहौल निर्मित हो गया। रेलवे स्टेशन पार्किंग एवं तुलसी लॉज जैसी आगजनी की बड़ी घटनाओं के बाद लगातार आए दिन कहीं न कहीं आग लगने की खबर आ रही है। वही सिलसिला आज भी जारी रहा। दोपहर 12 बजे गोलबाजार में आग लगने की सूचना ने पुलिस एवं अन्य प्रशासनिक महकमें और आम जनता के होश उड़ा दिए। आग लगने की सूचना पर नगर निगम की तीन दमकल गाडिय़ां तुरंत पहुंची। साथ ही एएसपी शहर विजय अग्रवाल, नगर निगम आयुक्त रजत बंसल एवं जोन आयुक्त भी पहुंचे। गोलबाजार पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गोलबाजार बंजारी मंदिर के पास माणिक होम एप्लाएंस सेल्स की दुकान है। दुकान में किचेन के सामान, वाथरूम सेनेटरी एसेसरीज, प्लास्टिक एवं अन्य लकड़ी के सामान बेचे जाते हैं। रविवार दोपहर दुकान के कर्मचारी दुकान के सामान को रैक पर रख रहे थे। तभी अचानक दुकान में आग लग गई। यह आग दुकान के दूसरे मंजिल में लगी। आग इतनी भयानक थी कि वह तुरंत तीसरे माले को भी चपेट में ले लिया। तीसरे माले में मौजूद तीन कर्मचारी अपनी जान बचाने वहां से ही छलांग लगा दी। गोलबाजार का क्षेत्र इतना घना है कि वहां पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। हर तरह के सामानों की दुकान होने की वजह से यह बाजार काफी भीड़-भाड़ वाला है। जब इस तरह की घटनाएं घटती हैं तो दमकल की गाडिय़ों को स्थल तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
अभी हाल में घटी तुलसी लॉज की घटना ने प्रशासनिक अमले एवं पुलिस विभाग को चौकन्ना कर दिया है। यही वजह रही कि आग लगते ही स्पाट पर पहुंची पुलिस ने दमकल की गाडिय़ों के लिए जगह बनाई ताकि आग पर जल्दी से काबू पाया जा सके। आग ल की वजह से तीसरी मंजिल में फंसे दुकान के कर्मचारी दकुल कुमार कोंटे, प्रेम कुमार एवं कुमारी सपना ने ऊपर से ही छलांग लगा दी जिसकी वजह से उन्हे चोट आई है। जिसमें से दकुल कुमार को निजी अस्पताल यशवंत में तथा अन्य दो को अम्बेडकर अस्पताल में भर्ती किया गया था। जो अम्बेडकर अस्पताल में भर्ती थे उन्हे प्राथमिक उपचार के बाद घर लौटा दिया गया। वहीं एक अभी भी अस्पताल में भर्ती है। आग लगने की वजह का अभी तक सही पता नही चल सका है। ऐसा माना जा रहा है कि आग सार्ट सर्किट की वजह से लगी है। बताया जाता है कि आग लगने के तुरंत बाद ही वहीं पास में लगे ट्रांसफार्मर में भी फ्यूज उडऩे एवं स्पार्किंग की घटना हुई। जिस दुकान में आग लगी थी वह चार मंजिला इमारत पर स्थित है। इस इमारत के मालिक मनीष गुप्ता एवं यशवंत गुप्ता हैं और दुकान भी इन्ही दोनों की है। दुकान काफी बड़ी है और काफी सामान होने की वजह से आग पर काबू पाना इतना आसान नही था जितना काबू पाने पर लग रहा है। एसडीआरएफ व अग्निशमन सेवा दल के साहसिक एवं सराहनीय कार्य ने एक बड़ी घटना को रोकने में सफलता पाई। इधर प्रशासन ने घटना स्थल पर दमकल के अलावा 108 एंबुलेंस की भी व्यवस्था की थी ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना पर तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जा सके।
बड़ा हादसा टला
गोलबाजार की जिस दुकान में आग लगी थी उसके पास ही फटाके की भी दुकान है। पास में ही आयल के डिब्बे रखे हुए थे और दुकान में भी कुछ गैस के सिलेंडर भी रखे हुए थे। यदि सही समय पर आग में काबू नही पाया जाता तो काफी नुकसान होता साथ ही जनहानि की भी आशंका थी।
दुकानदारों में दहशत
अभी हाल ही में तुलसी लॉज में आग लगने से खाक हुई 15 दुकानों के दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी की समस्या आ गई है। जब आज यहां आग लगी तो एक बार उन सभी दुकानदारों के सामने तुलसी लाज वाला मंजर नजर आने लगा जिनकी दुकान इस दुकान से लगी हुई है। ज्ञात हो कि गोल बाजार में सभी दुकाने एक दूसरे से लगी हुई हैं। अधिकांश दुकान ज्वलनशील पदार्थों कपड़े, जूट, सुतली, प्लास्टिक आदि की है।