पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के कुलपति कक्ष में हंगामा-तोडफ़ोड़
रायपुर ! पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय में आज उस समय गर्माहट आ गई जब विश्व विद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष वैभव सिंह ठाकुर के मिलने की दरखास्त कुलपति ने ठुकराते हुए परीक्षा में फेल करने की धमकी दे डाली।;
विवि छात्रसंघ अध्यक्ष सहित सात के खिलाफ बलवा का जुर्म दर्ज, घटना के बाद से छात्र फरार
रायपुर ! पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय में आज उस समय गर्माहट आ गई जब विश्व विद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष वैभव सिंह ठाकुर के मिलने की दरखास्त कुलपति ने ठुकराते हुए परीक्षा में फेल करने की धमकी दे डाली। फिर क्या था विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष ने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ कुलपति चेम्बर में धावा बोल दिया। इस दौरान जमकर तोडफ़ोड़ की। तकरीबन आधे घंटे तक चले नाटकीय घटनाक्रम में छात्रसंघ अधिष्ठाता कल्याण नीता बाजपेयी की शिकायत पर छात्रसंघ अध्यक्ष सहित सात अन्य के खिलाफ धारा 147, 427, 506, 294 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है जिसमें सभी आरोपी घटना के बाद से फरार बताए गए। इधर एनएसयूआई ने भी आरोपी छात्रसंघ व अन्य कार्यकर्ताओं को विश्वविद्यालय से बर्खास्त करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है। इधर समूचे घटनाक्रम को लेकर कुलसचिव धर्मेश साहू ने छात्रसंघ अध्यक्ष वैभव सिंग ठाकुर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिसमें उन्होंने यह पूछा है कि छात्रसंघ अध्यक्ष को क्यों बर्खास्त न किया जाए। इसके लिए उन्होंने 24 घंटे का वक्त भी दिया है।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष वैभव सिंग ठाकुर अपने सात अन्य साथियों के साथ विश्वविद्यालय आनलाइन पोर्टल के ठीक ढंग से काम न करने तथा 30 लाख के फार्म घोटाला सहित अन्य मुद्दों को लेकर कुलपति एसके पाण्डे अपने कक्ष में विश्वविद्यालय में रिक्त प्रोफेसर पद के लिए साक्षात्कार लेने में व्यस्त थे। उनके साथ विषशय विशेषज्ञों की टीम भी मौजूद थी। छात्रसंघ अध्यक्ष वैभव सिंग ठाकुर ने विश्वविद्यालय पहुंचते ही कुलपति कक्ष के बाहर मौजूद सुरक्षा गार्ड को कुलपति से मिलने जो के लिए अंदर जाने की इजाजत मांगी। जिस पर गार्ड ने कहा कि इस समय कुलपति कक्ष में साक्षात्कार चल रहा है और सर व्यस्त है। ऐसे में छात्रसंघ अध्यक्ष कुलपति से मिलने की जिद पर अड़ गया। इस पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ने कुलपति कक्ष में जाकर सूचना दी। जिसके बाद कुलपति एसके पाण्डे अपने कक्ष से बाहर निकले और कहा कि मैं अभी एक जरूरी कार्य में व्यस्त हूं बाद में आना। इस बीच छात्रसंघ अध्यक्ष वैभव सिंग ठाकुर ने 30 लाख फार्म घोटाला का बिंदु छेड़ दिया। जिस पर कुलपति श्री पाण्डे आक्रोशित होते हुए छात्रसंघ अध्यक्ष को कार्यकाल के शेष पांच दिनों की गिनती कराते हुए परीक्षा में फेल और पास होने की धमकी दे डाली। फिर क्या था छात्रसंघ अध्यक्ष ठाकुर आग बबूला हो उठा उसने विश्वविद्यालय नियमों का उल्लंघन करते हुए अपने साथियों के साथ कुलपति कक्ष में घुस गया और कक्ष में रखे सामान टेबल कुर्सी, कम्प्यूटर सहित अन्य सामानों को तोडफ़ोड़ करने लगा। इससे कुलपति कक्ष में चल रहे साक्षात्कार को बीच में ही स्थगित करना पड़ा। जिससे कुलपति व साक्षात्कार के लिए मौजूद विषय विशेषज्ञों की टीम को वहां से भागना पड़ा। सूत्रों की मानें तो कुलपति एसके पाण्डे को अपनी जान बचाने के लिए टायलेट में छुपना पड़ा। इधर, आधे घंटे तक तोडफ़ोड़ मचाने के बाद छात्रसंघ अध्यक्ष वैभव सिंग ठाकुर व उनके साथी वहां से भाग निकले। इस दौरान इस नाटकीय घटनाक्रम को लेकर विश्वविद्यालय का माहौल गरमाया रहा। जानकारी के मुताबिक छात्रसंघ अध्यक्ष ने जाते-जाते कुलपति के साथ गाली गलौज भी की है। घटना को लेकर कुलपति कक्ष में भारी नुकसान हुआ है। कुलपति कक्ष की टेबल, कुर्सी, कम्प्युटर सेट को भारी क्षति पहुंची है। वहीं छात्रसंघ अधिष्ठाता कल्याण नीता बाजपेयी की शिकायत पर सरस्वती नगर थाने में छात्रसंघ अध्यक्ष वैभव सिंग ठाकुर व अन्य सात साथियों के खिलाफ बलवा, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने की धारा 147, 427, 506, 294 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। सभी आरोपी छात्र घटना के बाद से फरार बताए गए हैं। वहीं समूचे घटनाक्रम को लेकर कुलसचिव आईएस धर्मेश साहू ने छात्रसंघ अध्यक्ष वैभव सिंग ठाकुर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिसमें उससे पूछा गया है कि उसे विश्वविद्यालय परिक्षेत्र में प्रवेश तथा समूची हरकर के लिए क्यों न बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने छात्रसंघ अध्यक्ष को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। जिसमें स्पष्ट करना होगा। इधर, एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने भी विवि छात्रसंघ अध्यक्ष के द्वारा विश्वविद्यालय कुलपति कक्ष में जबरिया घुसकर तोडफ़ोड़ करने को लेकर प्रदर्शन किया है। उनका कहना है कि हमारी छोटी गलती पर हमें निलंबित किया जा सकता है तो छात्रसंघ अध्यक्ष ने कुलपति कक्ष में घुसकर तोडफ़ोड़ की है। ऐसे में उसे परीक्षा से बर्खास्त किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि एनएसयूआई कार्यकर्ता अमित शर्मा, शान्तनु झा आदि ने इसके लिए कुलपति कक्ष के बाहर हंगामा करते हुए धरने पर भी बैठ गए थे।