रेल, मेट्रो, अंतरराज्यीय बस परिवहन 31 मार्च तक बंद, 75 जिलों में लॉकडाउन
‘कोविड-19’ के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर सभी यात्री रेल सेवायें, मेट्रो रेल सेवायें और अंतरराज्यीय बस परिवहन सेवायें 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया गया;
नयी दिल्ली । देश में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर सभी यात्री रेल सेवायें, मेट्रो रेल सेवायें और अंतरराज्यीय बस परिवहन सेवायें 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया गया है तथा जिन 75 जिलों में कोरोना वायरस के मामले पाये गये हैं उनमें अनिवार्य को छोड़कर सभी सेवायें बंद रहेंगी।
कैबिनेट सचिव और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव की सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ आज सुबह हुई उच्च स्तरीय बैठक में ये निर्णय लिये गये। बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि कोरोना के बढ़ते असर के मद्देनजर पाबंदियों को बढाना जरूरी है।
बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये जो इस प्रकार हैं। उपनगरीय सहित सभी रेल सेवायें 31 मार्च तक स्थगित रहेंगी हालाँकि मालगाडियों को इससे छूट दी गयी है। सभी मेट्रो रेल सेवायें भी 31 मार्च तक स्थगित रहेंगी। जिन 75 जिलों के व्यक्तियों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है उनमें संबंधित राज्य सरकारें आदेश जारी कर सुनिश्चित करेंगी कि इन जिलों में अनिवार्य सेवायें छोड़कर अन्य सभी सेवायें बंद रहेंगी। इसके साथ ही अंतरराज्यीय बस परिवहन सेवा भी 31 मार्च तक स्थगित रहेंगी।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अंतर्राज्यीय परिवहन बस सेवा सहित सभी गैर जरूरी यात्री परिवहन सेवाएं 31 मार्च तब बंद रहेंगी।
विस्तार से चर्चा के बाद राज्यों से कहा गया है कि वे स्थिति का आंकलन करने के बाद पाबंदी के दायरे में लायी जाने वाली सेवाओं की सूची को बढा सकते हैं। बैठक में बताया गया कि विभिन्न राज्य सरकारों ने इस बारे में पहले ही आदेश जारी कर दिये हैं।
सभी मुख्य सचिवों ने बैठक में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रविवार को जनता कर्फ्यू लागू करने के आह्वान पर बहुत हद तक अमल हो रहा है और इसे सब जगह से समर्थन मिल रहा है।