राहुल की नजर सिर्फ अमेठी की वोटों पर : स्मृति
केन्द्रीय सूचना प्रसारण और वस्त्रोद्योग मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेठी को वोट की दृष्टि से देखने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष को यहां के विकास से कोई लेना देना नहीं है;
अमेठी। केन्द्रीय सूचना प्रसारण और वस्त्रोद्योग मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि अमेठी को महज वोट की दृष्टि से देखने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष को यहां के विकास से कोई लेना देना नहीं है।
श्रीमती ईरानी ने आज यहां एक रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी और उनके परिवार ने इस क्षेत्र को केवल वोट की दृष्टि से देखा।
2011 में कचहरी बनवाने की घोषणा की गयी थी, लेकिन योगी सरकार नहीं आती तो शायद यह भी नहीं बन पाता।
जनता की उपेक्षा का आलम यह है कि पिपरी और उसके आस पास के गांव गोमती नदी की कटान में लगातार कट रहे थे।
वहां के लोगों ने अपने सांसद (राहुल गांधी) से कई बार कहा, लेकिन उन्होंने एक न सुनीं।
श्रीमती ईरानी ने कहा कि इस सम्बन्ध में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी बात की थी, लेकिन तत्कालीन राज्य सरकार ने उनकी बात अनसुनी कर दी।
बांध नहीं बनने की वजह से 2014 के चुनाव का पिपरी के मतदाताओं ने बहिष्कार किया था।
“मैंने वायदा किया था कि बांध बनवायेंगे। योगी सरकार बनी। मैंने आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने तत्काल आग्रह स्वीकारकरते हुए 15 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिये। एक करोड़ रुपये अवमुक्त हो गये हैं। बांध बनते ही कटान रुक जायेगी। ”
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी ने गुजरात जाकर वहां के विकास का उपहास उड़ाया।
गुजरात के विकास का मजाक उड़ाने से पहले उन्हें सोचना चाहिये था कि श्री गांधी ने अमेठी के विकास के लिये क्या किया। उनका दावा था कि स्थानीय सांसद ने किसानो की जमीन पर कब्जा किया।
भूमि परीक्षण प्रयोगशाला, एफएम रेडियो स्टेशन, टीबी अस्पताल जैसी योजनाएं तो भाजपा सरकार ला रही है।
श्रीमती ईरानी ने 2014 में राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा का चुनाव लड़ा था।
वह चुनाव हार गयीं थीं, लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में अमेठी संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाली पांच में से चार सीटों पर भाजपा जीती थी।
उन्होंने उम्मीद जतायी कि 2019 के चुनाव में अमेठी संसदीय क्षेत्र से भाजपा जीतेगी।