राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी

 राजस्थान में आगामी सात दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने हाड़ौती क्षेत्र में अपनी साख जमाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूरी ताकत झोंक दी है;

Update: 2018-10-24 12:29 GMT

जयपुर।  राजस्थान में आगामी सात दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने हाड़ौती क्षेत्र में अपनी साख जमाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निर्वाचन जिला झालावाड़ दौरे के साथ अपनी पूरी ताकत झौंक दी हैं। 

मेरा दो-दिवसीय राजस्थान दौरा, आज, झालावाड़ के लोगों से मिलकर आरंभ होगा| झालावाड़ के बाद रामगंज मंडी पहुँचूँगा| फिर, कोटा में, जन-सभा के माध्यम से कोटा-वासियों से बातचीत होगी|

आप मेरे Facebook LIVE से मेरे साथ यह यात्रा कर सकते हैं|https://t.co/xjCr3eAbTV pic.twitter.com/8sjXKmGUe7

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 24, 2018


 

राज्य के कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ जिले के क्षेत्रों वाले हाड़ौती इलाके में आगामी विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज झालावाड़ और कोटा में जनसभा और रोड शो हैं। राहुल गांधी ने इस क्षेत्र में इसलिए ज्यादा जोर दिया गया है कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हाड़ौती में सत्रह सीटों में केवल एक हिण्डौली सीट ही जीत सकी थी।

हिण्डौली सीट पर कांग्रेस के युवा नेता अशोक चांदना ने चुनाव जीता था। एेसी स्थिति में कांग्रेस ने इस क्षेत्र में अपना दबदबा जमाने के लिए पार्टी के नेता एवं कार्यकर्ता दिन रात एक करने में लग गये हैं। 

इस क्षेत्र से कांग्रेस के अलावा प्रचण्ड बहुमत के साथ सत्तारुढ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी अपना दबदबा कायम रखने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही हैं और दमदार एवं जीताऊ उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की मशक्कत जारी है। पिछले चुनाव में हाड़ौती क्षेत्र में मोदी लहर में पूर्व मंत्री शांति धारीवाल, प्रमोद जैन भाया, भरत सिंह जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी अपनी साख नहीं बचा पाए। 

लेकिन इस बार मौजूदा हालात के मद्देनजर कांग्रेस हाड़ौती में अपनी साख जमाने के लिए तथा भाजपा अपने गढ़ को बचाने के लिए दोनों पार्टियों को जीताऊ उम्मीदवारों के चयन में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।

फिलहाल चुनावी माहौल नेताओं के दौरे और उम्मीदवारों के टिकट वितरण तक सीमित हैं और चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आगामी 12 नवंबर के बाद ही स्थिति धीरे धीरे स्पष्ट होने लगेगी और बनने वाले चुनावी समीकरण भी सामने आने लगेंगे। 

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