शरद की सदस्यता पर सभापति के निर्णय पर उठे सवाल

शरद गुट ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव के राज्यसभा की सदस्यता समाप्त किये जाने के सभापति के निर्णय पर सवाल उठाया;

Update: 2017-12-20 17:34 GMT

पटना। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) शरद गुट ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव के राज्यसभा की सदस्यता समाप्त किये जाने के सभापति के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसके लिए नियम का पालन नहीं किया गया और आनन-फानन में फैसला ले लिया गया ।

जदयू शरद गुट के राष्ट्रीय महासचिव अरूण कुमार श्रीवास्तव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने  यादव की सदस्यता समाप्त करने के लिए जदयू की ओर से दी गयी याचिका को नियम के अनुसार एथिक्स कमेटी में भेजने के बजाए स्वयं ही उस पर निर्णय ले लिया।

उन्होंने कहा कि इस तरह की याचिका को नियम के अनुसार पहले एथिक्स कमेटी में भेजा जाता है जहां संबंधित सांसद स्वयं या अपने अधिवक्ता के माध्यम से पक्ष रखते हैं ।

 श्रीवास्तव ने कहा कि इसके बाद एथिक्स कमेटी अपना फैसला सभापति के पास भेजती है और एक बार फिर सभापति स्वयं संबंधित सदस्य की बात सुनते हैं और अपना निर्णय देते हैं।

उन्होंने कहा कि यादव के मामले में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दवाब में सभापति ने आनन-फानन में उनकी सदस्यता समाप्त कर दी।

 

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