पराली को जलने से रोके पंजाब सरकार : राज्य मंत्री ने कहा किसानों को पराली से खाद बनाने का तरीका सिखाएं
उत्तर प्रदेश सरकार में वन, पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि पंजाब में जल रही पराली से एनसीआर में प्रदूषण बढ़ा है;
उत्तर प्रदेश सरकार में वन, पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि पंजाब में जल रही पराली से एनसीआर में प्रदूषण बढ़ा है। आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब में पराली की घटनाओं को रोकने में नाकाम हैं। पंजाब में आप सरकार ने पराली प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण पर कोई ठोंस कदम नहीं उठाया हैं। दिल्ली की जनता भी प्रदूषण से त्रस्त है।
एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण पर दिल्ली और पंजाब की सरकार को पत्र लिखा गया है। उन्होंने पंजाब सरकार से वहां के किसानों को शिक्षित कर धान की कटाई में सुपर एसएमएस यंत्र का प्रयोग कराकर पराली को खत्म करने के साथ ही खेत में बचे अवशेष को खाद में बदलने का तरीका बताते हुए उसपर अमल करने की सलाह दी।
डॉ. अरुण कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार प्रदूषण को खत्म करने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। यूपीपीसीबी के आरओ को ग्रैप नियमों का सख्ती से पालन करने के आदेश दिए हैं। कहा कि प्रदूषण खत्म करने के लिए एनसीआर शहर में 19 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन और वाटर स्प्रिंकलिंग के जरिए सड़कों पर पानी का छिड़काव और सफाई की जा रही है।
उन्होंने प्राधिकरण के अधिकारियों से कहा कि जनपद में जहां कहीं भी सड़कों पर धूल उड़ रही है, उसको रोकने के लिए उपाय करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही जनपद की सड़कों का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण करते हुए गड्ढा मुक्त अभियान चलाएं ताकि बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सके। बढ़ते हुए प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पुराने प्रदूषणकारी वाहनों को बदला जाए। जनपद में विद्युत आपूर्ति की जाए।
किसानों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए और उनको पराली जलाने से होने वाले हानिकारक प्रदूषण के बारे में जानकारी उपलब्ध कराएं। साथ ही साथ उनको यह भी जानकारी दी कि खेतों में पराली को जलाना ही एकमात्र उपाय नहीं है वह पराली का सदुपयोग भी कर सकते हैं। किसानों से कहे कि वह पराली को न जलाएं बल्कि पराली का प्रयोग अपने ही खेतों में खाद बनाकर प्रयोग करे।