वाराणसी में जीएसटी के खिलाफ प्रदर्शन​​​​​​​

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बुनकरों एवं साड़ी व्यवसायियों ने वस्त्र उद्योग पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने के खिलाफ चार दिवसीय बंद के पहले दिन आज जगह-जगह प्रदर्शन किया;

Update: 2017-07-11 21:15 GMT

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बुनकरों एवं साड़ी व्यवसायियों ने वस्त्र उद्योग पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने के खिलाफ चार दिवसीय बंद के पहले दिन आज जगह-जगह प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि मांग नहीं मानी गई तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

वाराणसी के बुनकर बहुल लोहता, महमूदपुर, हरपालपुर, रहीमपुर, धन्नीपुर, मंगलपुर, कोटवां, जंसा, सजोई, बेलौडी आदि इलाकों में अधिकांश करघे एवं पावरलूमलूम बंद रहे, जिससे बनारसी साड़ी का उत्पादन ठप रहा।

साड़ियों की अधिकांश खुदरा एवं थोक दुकानों पर भी ताले लटके रहे।

जीएसटी का विरोध कर रही बनारसी वस्त्र एसोसिएशन एवं बनारसी डीलर एसोसिएशन के बैनर तले व्यवसायियों ने रानी कुआ में प्रदर्शन किया।

मस्जिदों में वस्त्र उद्योग की सलामती के लिए दुआख्वानी की गई।

बुनकर नेता एवं जीएसटी संघर्ष विरोधी अभियान के संयोजक शमीम नोमानी के नेतृत्व में चंदापुर में जुलूस निकाला और जीएसटी वापसी की मांग की।

बुनकरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वाराणसी एवं भारत की बनारसी साड़ी से दुनिया में खास पहचान है और इसे तैयार करने वाले पहले से ही भुखमरी के कागार पर हैं।

ऐसे में सरकार ने मदद करने के बजाय जीएसटी के रूप में पांच फीसदी का कर लगा दिया है, जिससे काम-धंधा 50 से 70 फीसदी कम हो गया है।

इस वजह से लाखों लोग खासे परेशान हैं।

उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार ने जीएसटी वापस नहीं लिया तो उनका क्रमिक आंदोलन जारी रहेगा।
श्री नोमानी ने कहा कि चार दिनों के बंद के दौरान वाराणसी के अलग-अलग इलाकों में धरना प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि जनता की आवाज केंद्र सरकार तक पहुंच सके।

Tags:    

Similar News