मजदूरों के दर्दनाक हलात सरकार के मानवता विरोधी रवैये का सबूत : अखिलेश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मजदूर अपने परिवार की महिलाओं और बच्चों के साथ जैसे दर्दनाक हलात से गुजर रहे हैं;

Update: 2020-05-16 23:08 GMT

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मजदूर अपने परिवार की महिलाओं और बच्चों के साथ जैसे दर्दनाक हलात से गुजर रहे हैं, यह भाजपा सरकार के मानवता विरोधी रवैये का सबूत है। अखिलेश ने शनिवार को जारी अपने बयान में कहा कि ट्रकों में लाचार मजदूर ठसाठस भरे रहते हैं। मुख्यमंत्री के इस निर्देश पर कि कोई ट्रकों पर नहीं चलेगा, से पुलिस को अन्याय करने का, ठोकने का परमिट मिला हुआ है। सरकार ट्रकों को बंद कर रही है तो उसने दस हजार से ज्यादा रोडवेज बसों द्वारा सुरिक्षत और सम्मानजनक तरीके से मजदूरों को गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने में देरी क्यों की है?

सपा प्रमुख ने कहा, "झांसी में यूपी-एमपी सीमा पर 10 किलोमीटर जाम में मजदूरों के वाहन फंसे हैं। मजदूर बसों में बैठने को तैयार नहीं हैं। हजारों मजदूरों को सड़क पर रोके रखना क्या मानवीय है? इनकी जान बचाने में भाजपा सरकार नाकाम है। यह सब कृत्य सरकार की मानवता विरोधी रवैये को उजागर करता है।"

उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। सड़कों पर श्रमिकों की भीड़ है। सरकारी बसों में भी उनसे वसूली हो रही है। बरेली में फलों के ठेला से उठाकर 12 वर्ष के एक बच्चे को पुलिस ने डंडों से इतना मारा कि वह लहूलुहान हो गया, उसका हाथ भी टूट गया। इस बेरहम सरकार में पीड़ितों की सुनने वाला कोई नहीं।

अखिलेश ने कहा कि विपक्ष के तौर पर समाजवादी पार्टी आवाज उठाती है तो मुख्यमंत्री का रवैया इतना नकारात्मक है कि वह इसे दरकिनार कर मनमानी पर उतारू हो गए हैं, उन्हें लोकतंत्र में सकारात्मक सुझाव सुनना भी गवारा नहीं है।

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