दलितों का मुद्दा उठाने वाले पीपीएस ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन सौंपा

उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न और युवाओं की नौकरी का मुद्दा उठाते हुए इस्तीफे की पेशकश करने वाले प्रांतीय बी.पी. अशोक ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए डीजीपी मुख्यालय को अपना प्रार्थना पत्र सौंप दिया;

Update: 2018-04-04 21:27 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न और युवाओं की नौकरी का मुद्दा उठाते हुए इस्तीफे की पेशकश करने वाले प्रांतीय पुलिस सेवा अधिकारी बी.पी. अशोक ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए डीजीपी मुख्यालय को अपना प्रार्थना पत्र सौंप दिया है। पुलिस प्रवक्ता राहुल श्रीवास्तव के मुताबिक मंगलवार को उनका प्रार्थना पत्र मुख्यालय को प्राप्त हो गया।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, डीजीपी की ओर से प्रार्थना पत्र को स्वीकार कर अग्रिम कार्रवाई के लिए शासन को भेज दिया जाएगा। इसके बाद शासन तय करेगा कि उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाए या नहीं। वह 1992 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं। 

बी.पी. अशोक ने सोमवार को राष्ट्रपति को पत्र लिखकर दलित उत्पीड़न और युवाओं को नौकरी का मुद्दा उठाते हुए इस्तीफे की पेशकश की थी।

उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए प्रार्थना पत्र एडीजी एडमिन हरिराम शर्मा को सौंपा।

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