कोडीन घोटाले पर कांग्रेस का हमला, न्यायिक जांच की मांग
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में करोड़ों के कोडीन घोटाले की न्यायिक जांच की मांग की और आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ सरकार और केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने इस मुद्दे पर आंखें मूंद ली हैं;
सुप्रिया श्रीनाते बोलीं- हजारों युवाओं का जीवन तबाह
- घोटाले का सरगना वाराणसी से, 500 करोड़ की संपत्ति का आरोप
- कांग्रेस ने जेपी नड्डा से इस्तीफे की मांग उठाई
- नकली कफ सिरप से बच्चों की मौत, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
नई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को उत्तर प्रदेश में करोड़ों के कोडीन घोटाले की न्यायिक जांच की मांग की और आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ सरकार और केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने इस मुद्दे पर आंखें मूंद ली हैं।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनाते ने इस मामले पर उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस घोटाले ने देश भर में हजारों युवाओं का जीवन तबाह कर दिया है।
सुश्री श्रीनेत ने कहा, "कोडीन घोटाले का सरगना शुभम जायसवाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से आता है और भाजपा के सहयोगी दल जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय महासचिव धनंजय सिंह का करीबी है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि जायसवाल ने पिछले पांच वर्षों में 500 करोड़ रुपये की संपत्ति जमा की थी और सवाल उठाया कि उसे देश से भागने की अनुमति कैसे मिली।
कांग्रेस प्रवक्ता ने घोटाले की न्यायिक जांच और केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उनका मंत्रालय देश में दवाओं और फार्मास्यूटिकल्स के निर्माण को सीधे नियंत्रित करता है।
सुश्री श्रीनेत ने कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार ने जायसवाल के बारे में किसी भी जानकारी के लिए 50,000 रुपये के इनाम की घोषणा की है जबकि वह पहले ही देश छोड़कर भाग चुका है। यह स्पष्ट रूप से मिलीभगत और लीपापोती का मामला है।"
कांग्रेस नेता साधना भारती ने भी इस संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मध्य प्रदेश में नकली कफ सिरप पीने से दो दर्जन से अधिक बच्चों की मौत हो गई है और उन्होंने श्री नड्डा के इस्तीफे की मांग की।कांग्रेस पार्टी ने घोटाले की गहन जांच और दोषियों को सजा देने की मांग की।