पर्किंग नीति को नहीं मानते प्लाट मालिक
शहर में बढ़ती जाम की समस्या के पीछे प्लॉट मालिकों द्वारा पार्किंग नीति का उल्लंघन है;
सड़कों पर खड़ी होती है गाड़ियां, लगता है जाम
नोएडा। शहर में बढ़ती जाम की समस्या के पीछे प्लॉट मालिकों द्वारा पार्किंग नीति का उल्लंघन है। रंजन तोमर नामक श स की ओर से मांगे गए आरटीआई के तहत मांगी गई सूचना में प्राधिकरण अधिकारियों ने इसे स्वीकार करते हुए कहा है कि प्लाट के अंदर ही पार्किंग की सुविधा दी जानी चाहिए।
रंजन तोमर ने प्राधिकरण में सूचना के अधिकार के तहत पूछा था कि नोएडा प्राधिकरण के नियमों के मुताबिक यदि किसी प्लाट धारक का बड़ा इंस्टीटयूट, कॉलेज, स्कूल, मॉल या कंपनी आदि है तो क्या उसे आने वाले वाहनों को मु य सड़क पर खड़े कराने का अधिकार है।
इसके जबाव में प्राधिकरण अधिकारियों ने कहा है कि नोएडा की पार्किंग नीति के तहत सभी प्लाट मालिकों की यह जि मेदारी है कि वे अपने प्लाट के अंदर ही पार्किंग की सुविधा प्रदान करें। रंजन तोमर ने बताया कि यह जगजाहिर है कि नोएडा में गिने.चुने प्लाट ही है जिनमें पार्किंग की सुविधा है। इससे साफ है कि जाम के लिए प्लाट मालिक व शहरवासी खुद ही जि मेदार हैं।
बढ़ती आबादी के बाद भी अगर पार्किंग के लिए इंतजाम नहीं किए गए तो स्थितियां और बिगड़ती चली जाएंगी। रंजन तोमर ने कहा कि शहर में कई स्थानों पर स्कूलों, विश्वविद्यालयों, व्यावसायिक इमारतों के बाहर चार लेन की सडक़ एक ही लेन की रह जाती है। इनके वाहन सड़कों पर खड़े होते हें। जबकि संस्थाओं को पार्किंग के लिए जगह बनाने को बाध्य करने के लिए कड़े कानून बनाने होंगे। मुख्य मार्गो पर गाडिय़ां खड़ी करने पर अधिक जुर्माना लगाया जाना चाहिए और दिल्ली की तर्ज पर एक पार्किंग प्रबंधन कंपनी को पूरे नोएडा की पार्किंग का ठेका दिया जाना चाहिए।