भाजपा में पठठाराज, अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सोच वाली भाजपा नहीं कहते हुए दो दिग्गजों ने भाजपा छोड़ी
विधानसभा चुनाव नजदीक है और भाजपा संगठन को मजबूत करने का हर प्रयास कर रही है;
ग्वालियर: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं का दल-बदल और पार्टी छोड़ने का दौर जारी है, चुनावी साल में मध्य प्रदेश में भाजपा को पूर्व मंत्री दीपक जोशी के पार्टी छोड़ने से एक बड़ा झटका लग चुका है, उन्होंने पार्टी छोड़ने के बाद संगठन पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। और भी कई नेता कार्यकर्ता अब तक भाजपा छोड़ चुके हैं। ग्वालियर के पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी सुबोध दुबे और किसान मोर्चे के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सतेंद्र सिंह गुर्जर ने बुधवार को अपने पद और भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफा देने के साथ ही भाजपा प्र कई गम्भीर आरोप भी लगाए।
प्रेस कांफ्रेस कर मीडिया के सामने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफे की घोषणा करने वाले सुबोध दुबे के कहा कि आज दुखी मन से पार्टी छोड़ रहा हूँ, इसका कारण गुटों में बंटी भाजपा और आज के दौर के नेता हैं जिन्हें कार्यकर्ता की कद्र नहीं है, भाजपा में अब कार्यकर्ता उपभोग की वस्तु है, जरुरत पड़ने पर बात करते हैं नहीं तो कोई सुनने वाला नहीं हैं। सतेंद्र गुर्जर ने कहा कि भाजपा अब पठठों की पार्टी रह गई है। यहां कार्यकर्ता की कोई कदर नहीं है। सतेंद्र गुर्जर ने सिंधिया समर्थक मुन्नलाल गोयल पर अपने ऐसे व्यक्ति को पार्षद टिकिट देने का आरोप लगाया जिसका पार्टी में कोई वजूद नहीं था।
विधानसभा चुनाव नजदीक है और भाजपा संगठन को मजबूत करने का हर प्रयास कर रही है। लेकिन ग्वालियर में झटका लगा है, यहाँ पार्टी के 30 साल पुराने नेता पूर्व संभागीय मीडिया प्रभारी सुबोध दुबे ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से न केवल इस्तीफा दिया बल्कि गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि अब भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की सोच वाली भाजपा नहीं है, यहाँ कार्यकर्ता की सुनने वाला कोई नहीं है, विधानसभा चुनाव में कर्नाटक से भी बुरी स्थिति होगी, असली और पुराना कार्यकर्ता कह रहा है कि इस बार सरकार नहीं आनी चाहिए तभी कार्यकर्ता की कद्र होगी। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस कोई चुनौती नहीं है भाजपा को भाजपा ही हराएगी।