बाढ़ प्रभावित जिलों के 1-1 गांव को गोद लेगी पप्पू की पार्टी
सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की पार्टी जन अधिकार पार्टी बाढ़ प्रभावित कटिहार, अररिया, किशनगंज और दरभंगा जिले के पांच-पांच गांवों को, जबकि अन्य 17 जिलों के एक-एक गांव को गोद लेगी;
पटना। सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की पार्टी जन अधिकार पार्टी बाढ़ प्रभावित कटिहार, अररिया, किशनगंज और दरभंगा जिले के पांच-पांच गांवों को, जबकि अन्य 17 जिलों के एक-एक गांव को गोद लेगी। पार्टी इन गांवों में बाढ़ पीड़ितों के लिए चापाकल, कपड़ा, प्लास्टिक शीट और खाने की सामग्री उपलब्ध कराएगी। पटना में शुक्रवार को इसकी घोषणा करते हुए सांसद ने कहा कि तीन जिलों- कटिहार, किशनगंज और अररिया के एक-एक गांव को गोद लेकर उन गांवों में चापाकल, कपड़ा, प्लास्टिक और खाद्य सामग्री का वितरण शुरू कर दिया गया है। अन्य जिलों में भी गांवों को गोद लेकर राहत का कार्य शुरू किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इन गांवों में राहत व पुनर्वास का काम पूरा होने के बाद पार्टी अन्य गांवों को गोद लेकर राहत कार्य चलाएगी। सांसद ने सरकारी राहत व पुनर्वास कार्यो को नाकाफी बताया और कहा कि सरकारी राहत कार्यो में लूट मची हुई है।
सांसद ने कहा, "बाढ़ प्राकृतिक नहीं, कृत्रिम आपदा है। बाढ़ को बुलाया जाता है। बाढ़ आने से नेता, ठेकेदार और अधिकारियों को लूटने का मौका मिलता है।"
बाढ़ के लिए दोषी मंत्री और अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा करने की मांग करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि जन अधिकार पार्टी जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष करती रहेगी।
उन्होंने कहा, "फरक्का बराज के पुननिर्माण और बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए पार्टी 20 सितंबर से औरंगाबाद से आंदोलन की शुरुआत करेगी। इसके बाद आंदोलन को राज्यव्यापी बनाया जाएगा। दीपावली के बाद आंदोलन को और तेज किया जाएगा।"
सांसद ने पटना में आयोजित होने वाले 'दशहरा फेस्टिवल' पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य के 21 जिले बाढ़ से त्रस्त हैं और राज्य सरकार पटना में उत्सव मनाएगी। इस पर करोड़ों रुपये खर्च करेगी। यह बिहार में ही संभव है।
सांसद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र भेजा है, जिसमें सभी मंत्री और विधायकों के परिजनों को 72 घंटे बाढ़ पीड़ितों के साथ रहने का अनुरोध किया गया है, ताकि वे समझ सकें कि बाढ़ की पीड़ा और त्रासदी क्या होती है।