पेस का विश्व रिकार्ड का सपना टूटा
पुणे ! भारत के सबसे अनुभवी खिलाड़ी लिएंडर पेस का डेविस कप इतिहास में सबसे सफल युगल खिलाड़ी बनने का सपना शनिवार को यहां न्यूजीलैंड के;
पुणे ! भारत के सबसे अनुभवी खिलाड़ी लिएंडर पेस का डेविस कप इतिहास में सबसे सफल युगल खिलाड़ी बनने का सपना शनिवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ एशिया-ओसनिया जोन ग्रुप एक के मुकाबले के युगल मैच में हार के साथ टूट गया।
संभवत: अपना आखिरी डेविस कप मुकाबला खेल रहे 43 वर्षीय पेस और विष्णु वर्धन की भारतीय जोड़ी को न्यूजीलैंड के माइकल वीनस और आर्टेम सिताक की जोड़ी ने पहला सेट हारने के बावजूद शानदार वापसी करते हुये 3-6,6-3,7-6,6-3 से हरा दिया। इस हार के बावजूद भारत मुकाबले में 2-1 से आगे है और इस मुकाबले का फैसला रविवार को होने वाले उलट एकल मैचों से तय होगा।
भारत ने शुक्रवार को यूकी भांबरी और रामकुमार रामनाथन के शानदार प्रदर्शन से पहले दोनों एकल जीते थे लेकिन युगल मैच में मेजबान टीम को हार का सामना करना पड़ा। अब भारत को इस जोन के दूसरे दौर में पहुंचाने की जिम्मेदारी रामनाथन और यूकी के कंधों पर आ गयी है जिन्हें रविवार को उलट एकल मैचों में जीत हासिल करनी होगी।
उलट एकल मैचों में रामनाथन का मुकाबला फिन टियर्नी से और यूकी का मुकाबला जोस स्टेथम से होगा। यदि रामनाथन पहला उलट एकल मैच जीत जाते हैं तो अंतिम मैच परिणाम के लिहाज से औपचारिकता मात्र रह जायेगा और भारत दूसरे दौर में प्रवेश कर जायेगा। पहले दिन यूकी ने न्यूजीलैंड के नंबर एक खिलाड़ी टियर्नी को 6-4,6-4,6-3 से और रामनाथन ने स्टेथम को 6-3, 6-4, 6-3 से हराकर भारत को 2-0 की बढ़त दिलायी थी।
पुणे के बालेवाड़ी स्पोर्ट्स काम्प्लैक्स में मौजूद भारतीय समर्थकों को पूरी उम्मीद थी कि पेस विश्व रिकार्ड बनायेंगे और आज ही मुकाबले को भारत के नाम कर देंगे लेकिन पहला सेट जीतने के बाद पेस और विष्णु की जोड़ी अपनी लय कायम नहीं रख सकी और लगातार बेजां भूलें करते हुये मैच गंवा बैठी।
यह माना जा रहा है कि 43 वर्षीय पेस का यह आखिरी डेविस कप मुकाबला हो सकता है। 18 बार के ग्रैंड स्लेम विजेता पेस का यह 55 वां डेविस कप मुकाबला था। पेस इस मुकाबले से पहले डेविस कप में युगल जीत के मामले में इटली के निकोला पेत्रांगेली की बराबरी पर थे। दोनों के नाम एक बराबर 42 युगल जीत दर्ज हैं। पेस यदि यह मैच जीत जाते तो वह डेविस कप के इतिहास में सबसे सफल युगल खिलाड़ी बन जाते लेकिन कीवी जोड़ी ने उनका यह सपना पूरा नहीं होने दिया।
पेस लंदन ओलंपिक में विष्णु के साथ खेले थे। पेस को इस मुकाबले में युगल में साकेत मिनेनी के साथ खेलना था लेकिन मिनेनी चेन्नई ओपन में लगी अपनी चोट से उबर नहीं पाए और उन्हें इस मुकाबले से बाहर हो जाना पड़ा। विष्णु को अंतिम समय में भारतीय टीम में शामिल किया गया। पेस डेविस कप में पहली बार विष्णु के साथ युगल मैच खेलने उतरे।
युगल रैंकिंग में 64वें नंबर पर मौजूद पेस और 338 वें स्थान पर मौजूद विष्णु का मुकाबला युगल में 36 वीं रैकिंग रखने वाले माइकल वीनस और 56 वीं रैंकिंग के आर्टेम सिताक से हुआ और कीवी जोड़ी ने इस मैच को जीतकर अपनी टीम की उम्मीदों को बनाये रखा।
मुकाबले की शुरुआत से पहले पेस और भारतीय टीम के गैर खिलाड़ी कप्तान आनंद अमृतराज को आयोजकों ने भारतीय टेनिस में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिये सम्मानित किया। मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर इस अवसर पर मौजूद थे और उन्होंने इस मुकाबले में टॉस किया।
भारत ने विष्णु की शानदार सर्विस से पहला गेम जीत लिया। पहले सेट के छठे गेम में भारतीय जोड़ी ने वीनस की सर्विस तोड़कर 4-2 की बढ़त बनायी और पहला सेट आसानी से 6-3 से जीत लिया। इस सेट में जिस तरह दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने सर्विस की और नेट पर शानदार खेल दिखाया उसे देखकर तो लगा कि वह सीधे सेटों में मुकाबला निपटा देंगे लेकिन कीवी जोड़ी के इरादे कुछ और ही थे।