विश्व मधुमेह दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर सेक्टर-16 स्थित एक निजी अस्पताल में जागरुकता के उद्देश्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मधुमेह से जुड़ी जानकारियां लोगों को बताई गई;
फरीदाबाद। विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर सेक्टर-16 स्थित एक निजी अस्पताल में जागरुकता के उद्देश्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मधुमेह से जुड़ी जानकारियां लोगों को बताई गई। इस दौरान ओपीडी परामर्श पर 50 प्रतिशत छूट दी गई एवं इससे जुड़ी सभी जांचों पर 25 प्रतिशत छूट एक माह (14 नवंबर से 13 दिसंबर) के लिए रखी गई है एक विशेष जांच पैकेज भी लोगों को दिया गया। इस मौके पर अस्पताल के डायबिटिज विशेषज्ञ एवं एन्डोक्रोनोलोजिस्ट डा. अरुण सिंह ने लोगों को बताया कि मधुमेह एक ऐसी बीमारी है।
जिसमें रक्त में गलूकोज की मात्रा अधिक हो जाती है, क्योंकि शरीर में गलूकोज का ठीक से उपयोग नहीं हो पाता। यह इसलिए होता है क्योंकि पेनक्रियॉज नामक ग्रंथी इंसुलिन का सही मात्रा में उत्पादन नहीं करती है या इंसुलिन, जिसका उत्पादन किया जाता है, ठीक से काम नहीं करता।
डा. अरुण सिंह ने बताया कि मधुमेह अनियंत्रित होने पर हृदय, आंखों, गुर्दे आदि पर प्रभाव पड़ता है, जिससे दिल का दौरा, स्ट्रोक या लकवा, आंखों की रोशनी जाने का खतरा, गुर्दे की विफलता आदि का कारण बन सकता है, जिससे डायलिसिस की आवश्यकता पड़ सकती है। इस मौके पर अस्पताल के डायरेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि मधुमेह रोगियों में आमतौर पर लक्षण नहीं होते है। 30 साल की उम्र के बाद सभी लोगों को अपने ब्लड शुगर की जांच करानी चाहिए।
यहां तक कि लक्षण के अभाव में भी, अगर आपका ब्लड शुगर सामान्य है, तब भी हर साल जांच कराएं। हालांकि मधुमेह का जड़ से इलाज नहीं किया जा सकता है, लेकिन सफलतापूर्वक इसकी रोकथाम की जा सकती है। इसके बुरे प्रभावों से बचने के लिए महत्वपूर्ण है कि आपका ब्लड शुगर, रक्त का दबाव और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित स्तर पर रहे। रोजाना व्यायाम करे, संतुलित आहार ले, अपने वजन का प्रबधंन करे, एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन करें, निर्धारित दवाई और नियमित रुप से निगरानी महत्वपूर्ण है। यह सब करके आप स्वस्थ जीवन का आनंद प्राप्त कर सकते है।
देश में बढ़ते मधुमेह रोगियों की संख्या को लेकर चिकित्सकों ने की चर्चा
विश्व मधुमेह दिवस पर आईटीएस डेंटल कॉलेज में मधुमेह पर व्याख्यान आयोजित हुआ, जिसमें शहर के चिकित्सक के साथ विभिन्न कॉलेजों के छात्र शामिल हुए। विश्व मधुमेह दिवस पर श्लोगन महिला स्वास्थ्य रखा गया था। इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सक डा. सौरभ श्रीवास्तव ने महिलाओं में मधुमेह के कारण होने वाले रोगों तथा उनके समुचित उपचार की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मधुमेह की समस्या भविष्य के लिए बहुत खतरनाक बताया, इसका प्रभाव गर्भवती महिला के होने वाले बच्चे पर भी असर डालता है। उन्होंने बताया कि दुनिया में 7 प्रतिशत लोगों को मधुमेह की समस्या है, भारत में मधुमेह के मरीजों की संख्या विश्व के दूसरे नंबर पर है। डॉ. अमित गुप्ता ने व्याख्यान में बताया कि हाईटेक तकनीकी व मोबाइल के माध्यम से नई इंसुलिन मशीन से अपने जीवन को आसान बना सकते हैं।
इस अवसर पर चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान करने वाले चिकित्सकों को स मानित किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में आईटीएस डेन्टल कालेज के निदेशक तथा प्रबंधन का विशेष सहयोग रहा। कॉलेज की शिक्षिका माधवी गुप्ता ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रोमीक्स आम्रपाली हास्पिटल मेडिसिन विभाग के डॉ. गुंजन शर्मा, डा. के. सोनी, जतिन भाटी आदि लोग मौजूद रहे।