महोत्सव का आयोजन अतीत की विरासत को प्रस्तुत करने का सशक्त माध्यम : तारकिशोर
बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने वैशाली महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि महोत्सवों का आयोजन समृद्ध गौरवशाली अतीत की विरासत को आगामी पीढ़ी के समक्ष प्रस्तुत करने का सशक्त माध्यम है;
हाजीपुर। बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने वैशाली महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि महोत्सवों का आयोजन समृद्ध गौरवशाली अतीत की विरासत को आगामी पीढ़ी के समक्ष प्रस्तुत करने का सशक्त माध्यम है। तीन दिवसीय वैशाली महोत्सव के उद्घाटन करते हुए उपमुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि वैशाली को विश्व का सबसे पहला गणतंत्र होने का गौरव प्राप्त है।
भगवान महावीर की जन्म स्थली होने के कारण जैन धर्म के मतावलम्बियों के लिए वैशाली एक पवित्र स्थल है। भगवान बुद्ध का इस धरती पर तीन बार आगमन हुआ, यह उनकी कर्मभूमि भी थी।
उन्होंने कहा कि वैशाली का धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व अद्भुत है, जो स्थानीय समाज और पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा है। महत्वपूर्ण स्थलों में अशोक स्तंभ, विश्व शांति स्तूप, अभिषेक पुष्करण, राजा विशाल का गढ़, बावन पोखर मंदिर, रामचौरा मंदिर स्थान शामिल हैं।
तारकिशोर प्रसाद ने पर्यटन विभाग और स्थानीय जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में वैशाली की गौरवशाली समृद्ध विरासत को संवर्धित एवं संजोने का प्रयास को सराहनीय बताया।
उन्होंने कहा कि बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में सरकार ने राज्य के विभिन्न पर्यटक स्थलों के विकास और उसके संवर्धन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे देशी और विदेशी पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा लगाये गये विभिन्न विभागों के स्टॉलों का भी निरीक्षण किया। इस मौके पर विभिन्न कलाकारों द्वारा लोक गीत एवं संगीत की मनमोहक प्रस्तुति दी।
इस कार्यक्रम में वैशाली की सांसद वीणा देवी, विधायक संजय कुमार सिंह, विधायक अवधेश सिंह, विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन, सिद्धार्थ पटेल, विधान पार्षद देवेश चंद्र ठाकुर भी उपस्थित रहे।