सात एकड़ में बनेगा यमुना प्राधिकरण का कार्यालय

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण सेक्टर-18 व 20 के 21 हजार आबंटियों को भूखंड पर कब्जा देने से पहला अपना कार्यालय भवन का निर्माण कार्य कर लेगा;

Update: 2018-04-28 15:08 GMT

ग्रेटर नोएडा।  यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण सेक्टर-18 व 20 के 21 हजार आबंटियों को भूखंड पर कब्जा देने से पहला अपना कार्यालय भवन का निर्माण कार्य कर लेगा। इसके लिए प्राधिकरण ने सेक्टर-18 में सात एकड़ भूखंड चिन्हित कर लिया है। 

नोएडा प्राधिकरण अभी तक अपने कार्यालय भवन का निर्माण कार्य नहीं कर पाया है। जबकि ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण 25 साल बाद जाकर कार्यालय भवन का निर्माण किया। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण कार्यालय दोनों प्राधिकरण को पीछे छोड़ते हुए कार्यालय भवन का निर्माण करने जा रहा है। भवन को लेकर जल्द ही डिजाइन तैयार हो जाएगा। डिजाइन तैयार होने के बाद कार्यालय भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण का कार्यालय अभी ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमेगा-एक शॉपिंग कॉप्लेक्स में चल रहा है। हालांकि यमुना एक्सप्रेस-वे ओमेग शापिंग कॉप्लेक्स में पहली, दूसरी व तीसरी मंजिल को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से खरीद रखा है। 

यमुना एक्सप्रेस-वे सिटी में विकास कार्यों को गति देने के  लिए प्राधिकरण ने सबसे पहले अपने क्षेत्र में प्राधिकरण कार्यालय का भवन बनाने के लिए जमीन चिन्हित कर लिया है। गांव मिर्जापुर-निलौनी गांव के बीच सेक्टर-18 में प्राधिकरण ने 60 मीटर चौड़ी सड़क के पास कार्यालय के लिए सात एकड़ जमीन चिन्हित कया है। हालांकि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का कार्यालय पांच एकड़ में बना हुआ है। कार्यालय के पास प्राधिकरण ने कन्वेशन सेंटर का भी निर्माण करेगा। सेक्टर-18 में प्राधिकरण ने जहां पर भूखंड चिन्हित किया है वह यमुना एक्सप्रेस-वे के करीब है।

एक्सप्रेस-वे से उतरते ही 60 चौड़ी सर्विस लेने के पास है। 60 मीटर चौड़ी सड़क के साथ प्राधिकरण 24 कार्यालय तक पहुंचने के लिए एक और 24 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण करेगा। जिससे लोगों को प्राधिकरण कार्यालय आने जाने में कोई दिक्कत न हो। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरूणवीर सिंह ने बताया कि सेक्टर-18 व 20 में 21 हजार आवासीय भूखंड आबंटित किया गया है।

प्राधिकरण की तैयारी है कि सभी आबंटियों को भूखंड पर कब्जा देने से पहले प्राधिकरण का प्रशासनिक भवन बनकर तैयार हो जाए। प्राधिकरण कार्यालय चालू हो जाने पर सेक्टर-18 व 20 में लोग जमीन पर कब्जा लेकर निर्माण कार्य शुरू कर देंगे। प्राधिकरण कार्यालय शुरू होने से आबंटियों को अपने कार्यों के लिए ग्रेटर नोएडा कार्यालय तक चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।

सीईओ ने परियोजना विभाग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मीना भार्गव को निर्देश दिया कि जल्द ही कार्यालय भवन का डिजाइन तैयार करें और चिन्हित जमीन पर बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाए। कार्यालय के बराबर कन्वेषन सेंटर का निर्माण किया जाए। सेक्टर-18 में कार्यालय बन जाने से एयरपोर्ट का निर्माण कार्य होने पर वहां से निगरानी की जा सकती है। अगर अभी से कार्यालय भवन बनकर तैयार हो जाएगा तो आगे चिन्हित जमीन पर कोई दूसरे योजना को आबंटित नहीं किया जा सकता है। 

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