शहर में प्रतिदिन 50 लाख का मीट कारोबार ठप

नोएडा ! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद शहर में मीट व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है। कारोबारियों की माने तो प्रतिदिन करीब जनपद में 49 लाख 75 हजार रुपए का व्यापार होता था।;

Update: 2017-03-30 04:13 GMT

नोएडा !  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद शहर में मीट व्यापार पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है। कारोबारियों की माने तो प्रतिदिन करीब जनपद में 49 लाख 75 हजार रुपए का व्यापार होता था। लेकिन यह व्यपार पूरी तरह से बंद हो चुका है। इसकी वजह से नॉनवेज होटलों पर भी सप्लाई नहीं हो रही है।
लिहाजा लोगों का जायका भी बदलता दिख रहा है। जो लोग नॉनवेज के शौकीन है वह अब शाकाहारी भोजन से ही काम चला रहे है। शहर में 300 से ज्यादा मीट कारोबारी है। इसमें नोएडा में सिर्फ 78 मीट कारोबारियों के पास लाइसेंस है। इनकी दुकानें भी बंद है। इसके अलावा सडक़ किनारे फुटपाथ पर दुकानें लगाने वाले व बाजारों में दुकानें लगाने वालों की संख्या 250 के करीब है। यह सभी दुकानेें प्रशासनिक अधिकारियों ने बंद करा दी है। मीट के एक थोक कारोबारी ने बताया कि उसके यहां से प्रतिदिन करीब 40 किलो चिकन व करीब 30 किलो मटन बिकता था। लेकिन आदेश के बाद से दुकान बंद है। घर में खाने के लाले पड़ चुके है। वहीं, एक अन्य विके्रता ने बताया कि शहर के नामचीन होटलों व नॉनवेज होटलों में उसके यहा से सप्लाई थी। लेकिन यह पूरी तरह से बंद हो चुकी है। ऐसे में उनका हाल बेहाल है। बताया गया कि प्रतिदिन जनपद में मीट का कारोबार लगभग  49 लाख 75 हजार रुपए का यह खुदरा व्यापार का आकलन है। जबकि थोक का आंकलन इसे कहीं ज्यादा है। ऐसे में अकेले जनपद में 70 लाख रुपए से ज्यादा का कारोबार प्रभावित है। इसको लेकर मीट कारोबारियों में आक्रोश है। कुछ नामचीन होटलों को छोड़ दिया जाए तो शहर के छोटे नॉनवेज होटलों से चिकन व मटन पूरी तरह से गायब है। यह लोग फुटकर मीट व्यापारियों से मीट खरीदते थे। लेकिन दुकान बंद होने से सप्लाई पूरी तरह से बंद है। ऐसे में रेस्टोरेंट आने वाले लोग भी शाकाहार से ही काम चला रहे है। मसलन रेस्टोरेंट के मिनू कॉर्ड से नॉनवोज का आप्शन भी हटा दिया गया है। उधर, शहर के नामचीन होटलों में दिल्ली से मीट की सप्लाई हो रही है। वह भी महंगे दामों पर ऐसे में नॉनवेज खाने वालों की जेब भी ढीली होती दिख रही है। पुलिस द्वारा रेहड़ी-पटरी, दुकान व दैनिक बाजार में स्वरोजगार के तहत मुर्गा-मछली अण्डा मीट बेचकर अपना व अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे इन छोटे कारोबारियों का रोजगार बंद करा दिया। जिसके चलते इन लोगों के सामने रोजी-रोटी चलाने का संकट पैदा हो गया है।
सरकार के आदेश की आड़ में नोएडा पुलिस मीट के खुदरा व्यापारियों का उत्पीडऩ कर रही है जिसके विरोध में उक्त व्यवसाय से जुड़े व्यापारी सीटू के नेतृत्व में गुरुवार को सेक्टर-19 स्थित सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन कर अपनी मंग रखेंगे।

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