डिजिटल तकनीक का उपयोग करके भारत को बदलने की आवश्यकता-अरविंद गुप्ता
बिमटेक में ऑनलाइन पीजीडीएम कोर्स के पहले बैच का दीक्षांत समारोह आयोजित;
ग्रेटर नोएडा। बिमटेक में ऑनलाइन पीजीडीएम कोर्स के पहले बैच का दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें स्नातकों को डिग्री प्रदान किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डिजिटल इंडिया फाउंडेशन के प्रमुख अरविन्द गुप्ता व विशिष्ट अतिथि अपग्रेट के अंकुर धवन शामिल हुए।
समारोह हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया था, जिसमें कई छात्र व्यक्तिगत रूप से डिग्री प्राप्त कर रहे थे और अन्य लाइव समारोह में ऑनलाइन भाग ले रहे थे। कार्यक्रम में नामांकित 74-75 प्रतिशत शिक्षार्थियों को डिग्री प्रदान की गई।
समारोह में उत्कृष्ट छात्रों को पुरस्कृत भी किया गया। स्नातकों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डिजिटल इंडिया फाउंडेशन के प्रमुख अरविंद गुप्ता ने कहा कि हमें डिजिटल तकनीक का उपयोग करके श्भारतश् को बदलने की आवश्यकता है।
भारत की विभिन्न विकास संभावनाओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने भारत के विकास के लिए पांच प्रमुख विषयों यानी प्रौद्योगिकी, प्रतिभा, व्यापार, पर्यटन और वस्त्र पर चर्चा की। उन्होंने आगे विभिन्न लाभों पर प्रकाश डाला जो उच्च शिक्षा संस्थानों को डिजिटलीकरण से मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें भारत में उपलब्ध प्रतिभा का दोहन करने के लिए ऑनलाइन शिक्षा के लाभों को खोजने की जरूरत है।
बिमटेक के निदेशक डॉ. एच चतुर्वेदी ने पीजीडीएम कार्यक्रम की विशिष्टता पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हम अपने पीजीडीएम स्नातकों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने इस डिग्री को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है और प्रबंधन शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। हमें विश्वास है कि वे व्यापार की दुनिया में महत्वपूर्ण योगदान देंगे और अपने अल्मा मेटर को गौरवान्वित करेंगे।
कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि अंकुर धवन, अध्यक्ष अपग्रेड ने तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला पहला यह कहना बिल्कुल ठीक है कि मुझे नहीं पता, दूसरा दूसरों की राय के आधार पर अपने जीवन का मूल्यांकन न करें और तीसरा वर्तमान क्षण का आनंद लें और इसे पूर्ण रूप से जिएं।
प्रोफेसर एसएस दुबे, चेयरपर्सन, कूल्स, बिमटेक ने कहा कि हम क्विज और केस स्टडी के लिए ऑनलाइन टूल का उपयोग करते हैं और एक व्यापक अनुभव के लिए वर्चुअल रियलिटी (वीआर) हेडसेट और गेमिफिकेशन का उपयोग करके भारत में पहली बार मेटावर्स लर्निंग अनुभव पेश करने की योजना भी बना रहे हैं।