इस्तीफे की मांग को नवाज शरीफ ने किया खारिज

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गुरुवार को पनामागेट जांच समिति की रिपोर्ट पर एक आपातकालीन कैबिनेट की बैठक में अपनी इस्तीफे की मांग को खारिज कर दिया;

Update: 2017-07-13 20:49 GMT

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गुरुवार को पनामागेट जांच समिति की रिपोर्ट पर एक आपातकालीन कैबिनेट की बैठक में अपनी इस्तीफे की मांग को खारिज कर दिया।

जांच समिति ने शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने की सिफारिश की है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट के सदस्यों को संबोधित करते हुए शरीफ ने संयुक्त जांच दल (जेआईटी) की रिपोर्ट को अपने परिवार के निजी व्यवसाय के संदर्भ में 'आरोपों व कहानियों की दुरभिसंधि' बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा, "बिनी किसी हिचक के मैंने खुद और अपने परिवार को जेआईटी के सामने प्रस्तुत किया।"

उन्होंने कहा कि उनका पारिवारिक व्यवसाय परिवार के किसी सदस्य के राजनीति में दाखिल होने से पहले का है।

शरीफ ने कहा, "मेरे परिवार ने राजनीति से कुछ नहीं कमाया, लेकिन बहुत कुछ खोया है।"

उन्होंने कहा कि उन्हें आपत्ति थी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने खुद व अपने परिवार के खिलाफ धनशोधन के आरोपों की जांच के लिए जेआईटी के गठन को स्वीकार किया।

डॉन समाचारपत्र की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) नेता ने कहा कि जेआईटी की रिपोर्ट में इस्तेमाल की गई भाषा 'दुर्भावनापूर्ण इरादों' को प्रदर्शित करती है।

जेआईटी रिपोर्ट जारी होने के बाद विपक्षी पार्टियों द्वारा इस्तीफे की मांग का जिक्र करते हुए शरीफ ने कहा कि पीएमएल-एन को सभी विपक्षी पार्टियों से ज्यादा वोट मिले थे।

शरीफ ने कहा, "झूठे व अनुचित दावों पर मेरा इस्तीफा मांगने वालों को पहले खुद को देखना चाहिए।" 

उन्होंने कहा कि वह देश के विकास को साजिश का निशाना नहीं बनने देंगे।

शरीफ ने कहा, "पाकिस्तान के लोगों ने मुझे चुना है और सिर्फ वे ही मुझे इस पद से हटा सकते हैं।"

बैठक में सदस्यों ने इस बात पर सहमति जताई कि शरीफ के इस्तीफे की मांग की कोई वैधता नहीं है और उन्होंने शरीफ के प्रति अपना पूरा समर्थन जताया।

गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने उम्मीद जताई कि शरीफ को दोषमुक्त कर दिया जाएगा।

जल व विद्युत व रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, "हम चिंतित नहीं है क्योंकि हमने इस तरह की मुश्किल का सामना पहले लोगों की मदद से किया है।"

जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, शरीफ ने बुधवार को सलाहकारों की एक अनौपचारिक बैठक की अध्यक्षता की जिसमें उन्हें कानूनी व संवैधानिक जानकारों की जेआईटी रिपोर्ट पर सरकार के रुख की तैयारी की जानकारी दी गई।

जेआईटी ने शीर्ष अदालत के समक्ष इस सप्ताह के शुरू में अपनी एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी, जिसमें शरीफ और उनके बेटों हसन नवाज व हुसैन नवाज, साथ ही साथ उनकी बेटी मरियम नवाज के खिलाफ नेशनल एकाउंटबिलिटी ब्यूरो अध्यादेश 1999 के तहत भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने की सिफारिश की गई है।

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