नवाज शरीफ ने लगाया न्यायाधीशों पर दुर्भावना रखने का आरोप
राष्ट्रीय जवाबदेही अदालत से पनामा पेपर्स मामले में आज कोई राहत न मिलने से आहत पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने न्यायाधीशों पर उनके प्रति दुर्भावना और रोष रखने का आरोप लगाया;
इस्लामाबाद। राष्ट्रीय जवाबदेही अदालत से पनामा पेपर्स मामले में आज कोई राहत न मिलने से आहत पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने न्यायाधीशों पर उनके प्रति दुर्भावना और रोष रखने का आरोप लगाया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अदालत ने शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के तीन मामलों की सुनवाई एक साथ करने संबंधी याचिका खारिज करते हुए उन्हें तीनों प्रकरणों में फिर दोषी ठहराया है।इन्हीं मामलों में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पद से हटाये गये श्री शरीफ ने अदालत से कहा कि वह निर्दोष हैं और उनके मामले में निष्पक्ष सुनवाई नहीं हुई। उन्हें मूल अधिकारों से भी वंचित किया गया।
अदालत के फैसले के बाद शरीफ ने परिसर में संवाददाताओं से संक्षिप्त बातचीत में कहा,“ मैं जानता था कि फैसला मेरे पक्ष नहीं होगा क्योंकि ये न्यायाधीश मेरे प्रति दुर्भावना और रोष रखते हैं।न्यायाधीशों का क्रोध फैसले में इस्तेमाल किये गये शब्दों से परिलक्षित भी होता है।”
उन्होंने कहा कि पनामा पेपर्स मामले में सुप्रीम कोर्ट के विस्तृत फैसले में इस्तेमाल किये गये शब्द “ इतिहास के काले अध्याय के रूप से दर्ज किये जाएंगे।” सुप्रीम कोर्ट के 23 पृष्ठ के फैसले में कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने शीर्ष अदालत और जनता को पार्लियामेंट
एवं पार्लियामेंट के बाहर बेवकूफ बनाने की कोशिश की तथा वह पूरे सच के साथ कभी अदालत के समक्ष नहीं आये।
विस्तृत फैसला मंगलवार को जारी किया गया।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 जुलाई को सुनाये गये फैसले में श्री शरीफ को ईमानदार न ठहराते हुए प्रधानमंत्री पद के अयोग्य घोषित कर दिया था। अदालत ने कहा कि जस्टिस एजाज अफजल खान के सुनाये गये उस फैसले में कोई खामी नहीं पायी गयी जिस पर पुनर्विचार किया जा सके।