रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम एक ही परिवार से ठगे 36 लाख रुपए

रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगों ने एक परिवार से 36 लाख रुपए ठग लिए। ....;

Update: 2017-03-30 11:15 GMT

नोएडा। रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगों ने एक परिवार से 36 लाख रुपए ठग लिए। दंपति को नकली ऑफर लेटर भी दिया। बाकी बचे लोगों को ऑफर लेटर देने के बहाने कई लाख रुपए की और डिमांड की। जिसके बाद ठग के नंबर बंद हो गए। पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने ठगी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। 

जानकारी के मुताबिक रोहन सिंह एटा में परिवार के साथ रहता है। 2013 में उसकी मुलाकत सेक्टर-18 के अट्टा मार्केट में मुकेश शर्मा निवासी कानपुर से हुई। उसने अपनी पहचान रेलवे में बताई साथ ही यह भी कहा कि यदि रेलवे में कोई काम हो तो बता देना काम हो जाएगा। छह माह बाद मुकेश का फोन आया और रेलवे में टीसी की नौकरी दिलवाने को कहा। उसने बताया कि छह लाख रुपए में वह उसकी नौकरी लगवा देगा।

2014 में मुकेश ने पीड़ित की मुलाकात धमेंद्र कुमार निवासी बिहार से यह कहकर कार्रवाई कि यह रेलवे में बड़े अधिकारी है। बातों के जरिए विश्वास में लेकर धमेंद्र ने पैसे धीरे-धीरे कर देने को कहा। ऐसे में रोहन ने फॉर्म व वेरिफिकेशन के नाम पर 50-50 हजार रुपए लिए। इसके बाद मेडिकल के लिए दो लाख रुपए लिए। यह मेडिकल दिल्ली स्थित एक अस्पताल से कराया गया। इसके बाद धर्मेंद्र ने रोहन से अन्य लोगों को भी रेलवे में नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया।

ऐसे में रोहन ने अपनी पत्नी, साला ऋषभ यादव, योगेंद्र यादव, अर्पित यादव से भी रेलवे में नौकरी दिलाने की बात कहीं। आरोपी ने सभी के लिए छह-छह लाख रुपए देने की बात कहीं। ऐसे में पीड़ित ने दोबारा सेक्टर-18 में मुलाकात कर आरोपियों को 19 लाख रुपए दे दिए। जिसके बाद सभी का मेडिकल दिल्ली स्थित अस्पताल में हो गया।

दंपति का ऑफर लेटर भी मेल कर दिया गया। साथ ही फार्म का रजिस्ट्रेशन नंबर व अनुक्रमांक भी सभी लोगों को दिया गया। यही नहीं ठग ने 14 लाख रुपए ज्वाइनिंग की डिमांड के लिए मांगे। जिसे सेक्टर-18 आकर रोहन ने दे दिए। इसके बाद न तो ज्वाइनिंग मिली और नही आरोपियों का कोई पता। स•ाी फोन •ाी बंद है। लिहाजा पीड़ित ने कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस से मामले की शिकायत की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
 

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