मप्र बनेगा देश का अग्रणी राज्य : कमल नाथ

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक में नर्मदा महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि "दिल जोड़ने की संस्कृति को समृद्ध बनाने के साथ ही नई सोच और व्यवस्था में;

Update: 2020-01-31 22:26 GMT

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शुक्रवार को नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक में नर्मदा महोत्सव का उद्घाटन करते हुए कहा कि "दिल जोड़ने की संस्कृति को समृद्ध बनाने के साथ ही नई सोच और व्यवस्था में परिवर्तन करके हम मध्यप्रदेश को एक नई पहचान देंगे। आने वाले समय में हमारे प्रदेश की तुलना पिछड़े नहीं, देश के अग्रणी राज्यों के साथ होगी।" मुख्यमंत्री ने कहा, "देश के हृदय प्रदेश, मध्यप्रदेश में विभिन्न संस्कृतियों का समावेश है। मालवा निमाड़, महाकौशल, विंध्य क्षेत्र की अलग-अलग संस्कृतियों में आपसी सद्भाव, भाईचारा और प्रेम की भावना मजबूत है। यही विशेषता हमारे देश की है। भारतीय संस्कृति एक ऐसी संस्कृति है, जो सबको समेटकर एक झंडे के नीचे लाकर खड़ा करती है, यही भारत की महानता है, जिसे पूरा विश्व आश्चर्य की नजर से देखता है। हमें इसी दिल जोड़ने वाली संस्कृति को और अधिक मजबूत बनाना है। इसे कमजोर करने वाली ताकतों को नाकामयाब करना है।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक में पहली बार हो रहे नर्मदा महोत्सव को आगे भी जारी रखा जाएगा। इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे इस पूरे क्षेत्र के जनजीवन में बदलाव आए और इसके जरिए लोगों को रोजगार मिले।

कमल नाथ ने कहा, "13 महीने पुरानी सरकार ने मात्र साढ़े दस माह में अपनी नीति और नीयत से बताया है कि हमारा लक्ष्य प्रदेश का संपूर्ण विकास करना है। हम एक ऐसा प्रदेश बनाना चाहते हैं, जहां हर वर्ग में खुशहाली हो। एक नई कार्य संस्कृति हो, शासन-प्रशासन की नई सोच हो और सरकार की योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों को मिले। इस दिशा में हमने व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए बुनियादी फैसले लिए हैं।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि प्रदेश में निवेश आए, निवेश के लिए भरोसे का वातावरण बने। पिछले पंद्रह सालों में भरोसे के अभाव में जितने उद्योग लगे नहीं, उससे अधिक बंद हो गए।

कमल नाथ ने कहा कि कृषि क्षेत्र को उन्नत और खुशहाल बनाने के प्रयास हमने शुरू किए हैं। मुख्यमंत्री जय किसान फसल ऋणमाफी योजना में 21 लाख किसानों की कर्जमाफी से हमने इसकी शुरुआत की है। कृषि ऋणमाफी योजना का दूसरा चरण शुरू हो गया है। प्रदेश के सभी पात्र किसानों का 2 लाख रुपये तक का ऋण माफ हो, इसके लिए सरकार वचनबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने अमरकंटक सहित क्षेत्रीय विकास को लेकर विधायक फुंदेलाल माकरे की 300 करोड़ रुपये की मांग का जिक्र करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी।

कमल नाथ ने पवित्र नगरी अमरकंटक में मां नर्मदा की उद्गमस्थल पर पूजा-अर्चना कर प्रदेश एवं प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।

इस मौके पर मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति, जिले के प्रभारी खनिज साधन मंत्री प्रदीप जायसवाल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी मौजूद रहे।

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