व्यापारी GST मुक्त करोबार के लिए आंदोलन करें: शरद
जनतादल (यू) से अलग हुए वरिष्ठ नेता शरद यादव तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के महासचिव डी पी त्रिपाठी ने वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) कर प्रणाली को छोटे काराबारियों के लिए घातक करार दिया;
नयी दिल्ली। जनतादल (यू) से अलग हुए वरिष्ठ नेता शरद यादव तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के महासचिव डी पी त्रिपाठी ने वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) कर प्रणाली को छोटे काराबारियों के लिए घातक करार देते हुए आज कहा कि व्यापारियों को इसके लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू करना चाहिए।
जीएसटी पर फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल के ‘महामंथन’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यादव एवं त्रिपाठी ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले नोटबंदी, जीएसटी तथा अब एकल ब्रांड खुदरा कारोबार के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सौ फीसदी कर कारोबारियों का गला घोंट दिया है। कार्यक्रम के आयोजक चार्टर्ड एकाउंटेंट राजेश्वर पैन्यूली ने कहा कि जीएसटी की खामियों के खिलाफ एकजुट होना आवश्यक है।
यादव ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों के कारण पहले किसान ही आत्महत्या कर रहे थे और अब जीएसटी के कारण व्यापारी आत्महत्या कर रहे हैं।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में व्यापारी प्रकाश पांडे ने जीएसटी से परेशान होकर राज्य के एक मंत्री के समक्ष आत्महत्या कर ली।
उन्होंने कहा कि इस सरकार की नीतियों ने छोटे व्यापार को चौपट कर दिया है इसलिए इसके खिलाफ भारत बंद होना चाहिए।
त्रिपाठी ने जीएसटी मुक्त कारोबार का आह्वान करते हुए कहा कि जीएसटी को सरल होना चाहिए था लेकिन यह कारोबारियों के लिए गरल यानी विष बन गया है।
जीएसटी की प्रणाली को अत्यंत जटिल बनाया गया है और पूरी तरह से इसे डिजीटल पर आधारित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि देश में 60 लाख कारोबारी कम्प्यूटर में प्रशिक्षित नहीं हैं लेकिन उन पर कम्प्यूटर के जरिए जीएसटी की व्यवस्था थोपी गयी है।