ज्यादातर ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की जानकारी नहीं
प्रदेश व केंद्र सरकार की तरफ से तमाम सरकारी योजनाएं चल रही है इन योजनाओं की जानकारी ज्यादातर ग्रामीणों को नहीं हो पाती है जिससे उनका फायदा नहीं उठा पाते है;
ग्रेटर नोएडा। प्रदेश व केंद्र सरकार की तरफ से तमाम सरकारी योजनाएं चल रही है इन योजनाओं की जानकारी ज्यादातर ग्रामीणों को नहीं हो पाती है जिससे उनका फायदा नहीं उठा पाते है। प्रचार-प्रसार के अभाव में सरकारी योजनाएं कागजों तक ही समिति होकर रह गई। सोमवार को दनकौर ब्लाक के गांव बांजरपुर में जिलाधिकारी बीएन सुबह 8 बजे अचानक पहुंचे व वहां पर चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनने लगे।
सबसे पहले डीएम ने ग्रामीणों से प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना एंबुलेंस 108 एवं 102 के बारे में जानकारी की तो बहुत ग्रामीणों की इसकी जानकारी नहीं थी और उन्होंने इसका कभी लाभ नहीं उठाया। बच्चों पुष्ट बनाने के लिए 24 व 27 अक्टूबर को आंगनबाड़ी केंद्रों पर वजन दिवस का आयोजन किया जा रहा है। ग्रामीणों को वजन दिवस के बारे में भी कोई जानकारी नहीं थी। ग्रामीणों की मुंह से हकीकत सुनकर जिलाधिकारी समक्ष अधिकारियों के तरफ देखने लगे और नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार ठीक तरीके से नहीं हो रहा है। उन्होंने आंगनबाड़ी कात्रियों को नोटिस जारी करने भी निर्देश दिया। इसी प्रकार उन्होंने जिला पंचायत राज विभाग के माध्यम से बनाए जा रहे शौचालय की भी जांच की जिसमें ग्रामीणों के द्वारा शिकायत की गई कि जिनके पुराने शौचालय बने हैं उनको भी शौचालय का पैसा दिया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि उनके द्वारा आज भी मौके पर जांच करते हुए देखा जाए और यदि ऐसा पाया गया तो संबंधित के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करा कर कार्रवाई की जाए।
विद्युत विभाग के कार्यों के संबंध में ग्रामीणों ने डीएम को बताया कि उनके गांव के विद्युत लाइन के सभी तार जर्जर हैं इस संबंध में जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत को तत्काल प्रभाव से कार्यवाही कर तार बदलवाने के निर्देश दिए, वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों के विद्युत कनेक्शन करने के उद्देश्य से आगामी 27 अक्टूबर को गांव में कैंप लगाने का निर्देश दिया गया। सत्यापन के दौरान जिलाधिकारी ने गांव में एक हैंडपंप भी खराब पाया जिसे प्रधान को तत्काल प्रभाव से ठीक कराने के निर्देश दिए गए।
डीएम ने पाया कि गांव में 49 लाख रुपए की धनराशि से निर्माण कार्य कराए गए हैं जिसमें इंटरलॉकिंग सड़कें एवं नालियां बनाई गई हैं डीएम के द्वारा सभी कार्यों का ग्रामीणों के माध्यम से सत्यापन किया गया जो संतोषजनक पाए गए। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान को निर्देश दिए कि गांव के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए सरकार से मिलने वाले पैसे के माध्यम से फर्नीचर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि बच्चे जमीन पर ना बैठ सकें। शिक्षा विभाग के कार्यों में बच्चों को ड्रेस एवं किताबें मिलना सही पाया गया।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर बच्चों से जानकारी प्राप्त करते हुए पठन-पाठन की भी जांच की जिसकी गुणवत्ता सही पाई गई। ग्रामीणों के द्वारा डीएम को बताया गया है कि गांव में 4 सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगी है और उनके द्वारा गांव में रोस्टर के अनुसार सफाई नहीं की जाती इस संबंध में जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि जांच करते हुए दोषी पाए जाने पर संबंधित सफाई कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई प्रस्तावित की जाए।
इससे पूर्व जिलाधिकारी द्वारा गांव में ही क्रॉप कटिंग कार्यक्रम में भाग लिया गया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी सदर अंजनी कुमार सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए अवधेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एसके द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग भार्गव, जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह जिला पंचायत राज अधिकारी बीरेंद्र सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम एस बी सिंह अन्य अधिकारियों के द्वारा भाग लिया गया।