कोटा हॉस्पिटल मामला नजरंदाज करने पर मायावती का प्रियंका गांधी पर हमला

बसपा प्रमुख मायावती ने आज प्रियंका गांधी पर कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा स्थित अस्पताल में कई बच्चों की मौत पर ध्यान नहीं देने के लिए हमला किया;

Update: 2020-01-02 12:26 GMT

लखनऊ। जहां कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा वाराणसी में एक शिशु को उसके परिजनों से अलग करने पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला कर रही है वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने आज प्रियंका गांधी पर कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा स्थित अस्पताल में कई बच्चों की मौत पर ध्यान नहीं देने के लिए हमला किया है। मायावती ने ट्वीट किया, "कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत पर कांग्रेस महासचिव की चुप्पी साधे रहना बहुत दुखद है। अच्छा होता कि वह उप्र की तरह उन गरीब पीड़ित माताओं से भी जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही के कारण उजड़ गई हैं।"

1. कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माओं का गोद उजड़ना अति-दुःखद व दर्दनाक। तो भी वहाँ के सीएम श्री गहलोत स्वयं व उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निन्दनीय।

— Mayawati (@Mayawati) January 2, 2020

उन्होंने कहा, "यदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की माताओं से नहीं मिलती हैं तो यहां अभी तक किसी भी मामले में उप्र पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल इनका यह राजनैतिक स्वार्थ व कोरी नाटकबाजी ही मानी जाएगी, जिससे उप्र की जनता को सतर्क रहना है।"

2. किन्तु उससे भी ज्यादा अति दुःखद है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना। अच्छा होता कि वह यू.पी. की तरह उन गरीब पीड़ित माओं से भी जाकर मिलती, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही आदि के कारण उजड़ गई हैं।

— Mayawati (@Mayawati) January 2, 2020

मायावती ने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार का रवैया निंदनीय है, जिसने कोटा में 100 बच्चों की मौत पर कोई सही कदम नहीं उठाया है। वे खुद व उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बनी हुई है।

प्रियंका गांधी ने बुधवार को 14 महीने की एक बच्ची का मुद्दा उठाया था जिसके माता-पिता को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया था।

3. यदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की ‘‘माओं‘‘ से नहीं मिलती हैं तो यहाँ अभी तक किसी भी मामले में यू.पी. पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल इनका यह राजनैतिक स्वार्थ व कोरी नाटकबाजी ही मानी जायेगी, जिससे यू.पी. की जनता को सर्तक रहना है।

— Mayawati (@Mayawati) January 2, 2020

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