मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने बयान से राष्ट्रभक्ति का परिचय दिया है : पवन खेड़ा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए गए एक बयान पर राजनीति तेज हो गई है। खरगे ने कहा था, ‘जब तक मोदी को नहीं हटाएंगे, तब तक मैं जिंदा रहूंगा।” इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आपत्ति जताई थी;
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिए गए एक बयान पर राजनीति तेज हो गई है। खरगे ने कहा था, ‘जब तक मोदी को नहीं हटाएंगे, तब तक मैं जिंदा रहूंगा।” इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आपत्ति जताई थी।
शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। शाह के पोस्ट पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पलटवार किया है। साथ ही, उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान का समर्थन किया है।
Yesterday, the Congress President Shri Mallikarjun Kharge Ji has outperformed himself, his leaders and his party in being absolutely distasteful and disgraceful in his speech.
In a bitter display of spite, he unnecessarily dragged PM Modi into his personal health matters by…
पवन खेड़ा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, खरगे के बयान ने राष्ट्रभक्ति का परिचय दिया है। उनके बयान में क्या गलत है। हम लोगों को उनसे इतनी बड़ी प्रेरणा मिली है। हम लोग फिर से आजादी का आंदोलन चला रहे हैं। इनसे हम देश को आजाद कराएंगे।"
खरगे के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि हम चाहते हैं कि आप स्वस्थ रहें और भारत को विकसित राष्ट्र के तौर पर देखें।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यह भी कहा है कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल शीतकालीन सत्र में लेकर आएंगे। पवन खेड़ा ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि जब 303 सीट थी, तब लाए नहीं अब लाए हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा है कि राहुल गांधी दो से तीन दिनों के लिए पर्यटन पर आए हैं। वह खुद आरक्षण के खिलाफ है। नायब सैनी के इस बयान पर पलटवार करते हुए पवन खेड़ा ने कहा, "वह खुद पर्ची वाले मुख्यमंत्री हैं। अपनी सीट छोड़कर लाडवा चले गए। वह हम पर क्यों टिप्पणी कर रहे हैं। अब उनके आराम के दिन आ रहे हैं। छह महीने काम कर लिया अब पांच साल के लिए आराम मिलेगा।"
दिल्ली सरकार दिल्ली की टूटी हुई सड़कों का निरीक्षण करने के लिए सड़कों पर उतरी है। इस पर पवन खेड़ा ने कहा, "बीते 10 साल में दिल्ली सरकार को दिल्ली की टूटी हुई सड़कों में पड़े गड्ढों की याद नहीं आई। अब 10 साल बाद उन्हें याद आई है।"