आतंकवाद विरोधी अभियान में अहम भूमिका निभाने के लिए मेजर गोगोई मिला सम्मान
कश्मीर में पथराव करने वाले प्रदर्शनकारियों से बचने के लिए एक युवक को जीप से बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई को सेना ने आतंकवाद विरोधी अभियान में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रशस्ति पत्रॉ से सम्मानित किया;
नयी दिल्ली। कश्मीर में पथराव करने वाले प्रदर्शनकारियों से बचने के लिए एक युवक को जीप से बांधने वाले मेजर लीतुल गोगोई को सेना ने आतंकवाद विरोधी अभियान में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रशस्ति पत्र(कमेंडेशन कार्ड) से सम्मानित किया है।
सेना के सूत्रों ने बताया कि 53 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर गोगोई को यह सम्मान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान में अहम भूमिका निभाने के लिए दिया गया है।
मेजर गोगोई को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की हाल की जम्मू-कश्मीर यात्रा के दौरान सम्मानित किया गया।
सेना के सूत्रों ने बताया कि उन्हें यह सम्मान देने से पहले उनके बेहतरीन योगदान और ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ से मिले संकेत को ध्यान में रखा गया है।
गौरतलब है कि नौ अप्रैल को श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में सेना के एक वाहन में एक व्यक्ति को बांधे हुए दिखाये जाने वाले वीडियो के वायरल होने पर सार्वजनिक आलोचना शुरू हो गई थी जिसके बाद सेना ने इस मामले में एक जांच गठित की थी।
सेना की ओर से कहा गया कि यदि उस व्यक्ति को ढाल की तरह नहीं खड़ा किया जाता तो सैकड़ों लोगों की भीड़ चुनाव अधिकारियों और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों पर हमला कर देती।
जब चुनाव अधिकारियों का एक समूह मतदान केन्द्र से बच निकलने की कोशिश कर रहा था तब उनका सामना पत्थरबाजों से हो गया। इन लोगों की मदद के लिए सेना की एक टीम को बुलाया गया लेकिन तब तक भीड़ बढ़ चुकी थी।
सेना के अनुसार 15 जवानों की टुकड़ी के आगे भीड़ को संभालना बहुत कठिन था। सेना के सूत्रों की मानें तो अगर उस समय गोलीबारी की जाती तो भीड़ का गुस्सा सेना पर फूट पड़ता।
इसलिए स्वयं को बचाने के लिए मेजर गोगोई ने एक प्रदर्शनकारी को पकड़ा और उसे जीप से बांध दिया। इसके बाद सेना और चुनाव अधिकारी सुरक्षित तरीके से उस इलाके से बाहर निकल गए और अपने साथ लाए गए प्रदर्शनकारी को पुलिस के हवाले कर दिया।