महासेतु मामले की जांच सीबीआई से भी कराई जाए : सुशील

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब बालासोर रेल दुर्घटना की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त के अलावा सीबीआई से भी कराई जा सकती है;

Update: 2023-06-07 22:03 GMT

पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब बालासोर रेल दुर्घटना की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त के अलावा सीबीआई से भी कराई जा सकती है, तो बिहार में निर्माणाधीन महासेतु के बार-बार ढहने की जांच भी तकनीकी कमेटी की जांच के साथ-साथ सीबीआई से भी करायी जा सकती है।

श्री मोदी ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि महासेतु की डिजाइन में गलती थी या नहीं, इसकी जांच तो तकनीकी विशेषज्ञ ही करेंगे लेकिन ऐसे कई सवाल हैं, जिनकी जांच वे नहीं कर सकते। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि निर्माण कार्य में इतनी देर क्यों हुई, जिससे इसका बजट 600 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1710 करोड़ रुपये करना पड़ा। किनको लाभ पहुंचाने के लिए निर्माण में लापरवाही बरती गई।

भाजपा सांसद ने कहा कि महासेतु निर्माण में अनियमितता, प्रशासनिक लापरवाही, भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी को राजनीतिक संरक्षण देने जैसे मामले की जांच सीबीआई ही कर सकती है। उन्होंने कहा कि जब पुल का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया और वे ही इसके निर्माण की निगरानी कर रहे थे, तब कहां गलती हुई, इसकी जांच तकनीकी कमेटी कैसे कर सकती है।

श्री मोदी ने कहा कि जिस एजेंसी की गलती से महासेतु के पाये बार-बार ढहते रहे, उसी एजेंसी से नया पुल बनाने की बात सरकार कैसे कह सकती है। उन्होंने कहा कि क्या निर्माण एजेंसी से इस बात का करार हुआ है कि पुल गिरने या निर्माण में गड़बड़ी पाये जाने पर नया पुल भी उसे ही बनाना पड़ेगा। यदि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ तो पहले वाली एजेंसी से नया महासेतु कैसे बनवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब अगर नया पुल बनेगा तो फिर नौ साल लगेंगे और इसका बजट भी 3000 करोड़ रुपये तक बढ़ सकता है। उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।

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