822 लोगों ने यूपीआई, भीम एप किया डाउनलोड
महासमुंद ! भारत रत्न तथा भारतीय संविधान के शिल्पी डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती तथा डिजी-धन मेला के सौ दिन पूरे होने के अवसर पर नागपुर में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए;
महासमुंद ! भारत रत्न तथा भारतीय संविधान के शिल्पी डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती तथा डिजी-धन मेला के सौ दिन पूरे होने के अवसर पर नागपुर में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए संबोधन के सीधे प्रसारण को आज महासमुंद जिले के शंकराचार्य सांस्कृतिक भवन सहित सभी विकासखंड मुख्यालयों तथा 100 स्थानों में लगाए गए डिजीधन मेलाओं, विभिन्न ग्राम पंचायतों, शैक्षणिक एवं शासकीय संस्थानों, सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं एवसं नागरिकों ने अपने घरों एवं व्यवसायिक परिसर में देखा और सुना।
कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद महासमुंद की उपाध्यक्ष श्रीमती कौशिल्या बंसल, कलेक्टर उमेश कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर ओंकार यदु, लीड बैंक मैनेजर एलडी मित्रा सहित बड़ी संख्या में नागरिकगण और युवा शामिल हुए। जिले में 100 स्थानों में लगाए गए डिजीधन मेलाओं में बैंकर्स, लोक सेवा केन्द्रों के व्हीएलई और बैंक मित्रों ने नागरिकों के आधार कार्ड को बैंक खातों तथा मोबाईल नंबर से जोडऩे का कार्य किया, उन्होंने नागरिकों को कैशलेस व्यवस्था के विभिन्न तरीकों, उनकी विशेषताओं एवं सुविधाओं तथा सुरक्षा के उपायों जानकारी दी और स्वीप मशीन आदि के प्रदर्शन के माध्यम से जींवत प्रदर्शन भी करके दिखाया।
जिले के अनेक स्थानों में आधार पंजीयन करने का कार्य और वर्तमान आधार कार्ड में संशोधन करने का कार्य भी किया गया। शंकराचार्य सांस्कृतिक भवन में आडियो-वीडियो प्रदर्शन के माध्यम से कैशलेस की यूपीआई प्रणाली, एसएमएस आधारित एमएमआईडी, यूएसएसडी व्यवस्था, आधार कार्ड पर आधारित एईपीएस व्यवस्थ, ई-बटुआ तथा बैंक द्वारा जारी किए जाने वाले डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड तथा प्रीपेड कार्ड व्यवस्थाओं की जानकारी दी गई। कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए भीम एप का प्रचार-प्रसार भी किया गया। आधार कार्ड को बैंक खातों से जोडऩे के लिए नागरिकों में विशेष रूप से उत्साह देखा गया। मेला में 822 नागरिकों ने यूपीआई एप और भीम एप को अपने मोबाईल में डाउनलोड किया। इसी तरह 223 व्यापारी तथा 599 नागरिक केशलेस के विभिन्न संसाधनों का उपयोग कर रहें है। मेले में 885 नागरिकों अपने आधार कार्ड को विभिन्न बैंक खातों के साथ जोड़ा तथा 614 मोबाईल नंबरों को भी बैंक खातों के साथ जोड़ा गया, 31 रूपे कार्ड को एक्टीवेट किया गया।