इंडिगो पर शिवसेना (यूबीटी) का वार: अपराधियों का साथ दे रहा है, यात्रियों को नहीं
इंडिगो की समस्या और यात्रियों को हो रही परेशानी को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी डीजीसीए की है;
आनंद दुबे का आरोप– इंडिगो और डीजीसीए की मिलीभगत से जनता परेशान
- फ्लाइट संकट पर शिवसेना प्रवक्ता का हमला, बोले– इंडिगो ने खो दी विश्वसनीयता
- इंडिगो विवाद गरमाया, शिवसेना ने सरकार पर मिलीभगत का आरोप लगाया
- आनंद दुबे का बड़ा बयान– इंडिगो मदद नहीं कर रहा, अपराधियों को सहारा दे रहा है
मुंबई। इंडिगो की समस्या और यात्रियों को हो रही परेशानी को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि इसकी पूरी जिम्मेदारी डीजीसीए की है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार हैं।
आनंद दुबे ने कहा कि डीजीसीए ने इंडिगो पर कोई मॉनिटरिंग नहीं रखी, इंडिगो को खुली छूट दी गई है, और इसी का नतीजा है कि आज यात्री परेशान हैं। ईमानदार आदमी फंसा हुआ है और बेईमान इंसान इसी इंडिगो की फ्लाइट से देश छोड़कर भाग गया।
उन्होंने इंडिगो पर तंज कसते हुए कहा कि इंडिगो लोगों की मदद भी नहीं कर रहा है, अपराधियों का साथ दे रहा है, और डीजीसीए उनका साथ दे रहा है। ये क्या हो रहा है? नागरिक उड्डयन मंत्री सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं। इससे काम नहीं चलेगा। आज भी मुंबई में कई फ्लाइट्स रद्द हुई हैं। अभी तक कोई आश्वासन देने वाला बयान सामने नहीं आया।
उन्होंने सरकार और इंडिगो में मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि जरूर कोई है जो सरकार की तरफ से इंडिगो की मदद कर रहा है। जानबूझकर जनता का शोषण किया जा रहा है। इंडिगो ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है। सरकार को तुरंत इंडिगो के खिलाफ जांच करानी चाहिए कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया।
वंदे मातरम को लेकर चल रही चर्चा पर आनंद दुबे ने कहा कि वंदे मातरम हमारी आत्मा की आवाज है। 1896 में जब कांग्रेस पार्टी का कोलकाता में अधिवेशन हुआ था, तब रवींद्रनाथ टैगोर ने इसे पहली बार गाया था। तब सभी को पता चला कि भारत कितना महान है, भारत की धरती मां कितनी महान है, और यह हमें क्या नहीं देती।
उन्होंने कहा कि भाजपा इस पर जानबूझकर राजनीति कर रही है। जिस वक्त देश गुलाम था और वंदे मातरम कहकर अंग्रेजों को भगाया गया था, उस समय इनके नेताओं का कोई योगदान नहीं था। भाजपा के लोग खुद वंदे मातरम नहीं गा पाते हैं और अब ये लोग हमें पाठ पढ़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश से प्रेम करने वाला वंदे मातरम गाता ही है। ममता दीदी और इंडिया गठबंधन के नेता बड़े ही सम्मान के साथ वंदे मातरम गाते हैं, और गाना भी चाहिए।