भारतीय रुपए की रिकॉर्ड गिरावट पर आदित्य ठाकरे का सरकार पर हमला
भारतीय रुपए में तेज गिरावट दर्ज की गई और यह पहली बार 90 के आंकड़े को पार कर गया। डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी 90.13 के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई है;
डॉलर के मुकाबले रुपया 90 पार, विपक्ष ने वित्त मंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाए
- करेंसी गिरावट से निफ्टी 26,000 के नीचे, बाजार में हड़कंप
- चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर बोले गिरते रुपए से इकोनॉमी पर बड़ा असर नहीं
- वैश्विक अनिश्चितताओं और यूएस टैरिफ बढ़ोतरी से रुपया 5 प्रतिशत कमजोर
मुंबई। भारतीय रुपए में बुधवार को तेज गिरावट दर्ज की गई और यह पहली बार 90 के आंकड़े को पार कर गया। डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी 90.13 के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई है। इसे लेकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने निशाना साधा है।
आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि रुपया आज डॉलर के मुकाबले 90 के पार निकल गया है। कुछ दूसरी करेंसी का भी बुरा हाल है। वित्त मंत्री की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। 2014 में भाजपा ने अच्छे दिन का वादा किया था। मुझे लगता है कि यह दूसरों के लिए था, भारतीयों के लिए नहीं। भारत के लिए, यह स्पाई ऐप्स—स्पाई साथी हैं।
The Rupee has hit 90+ against the Dollar today.
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) December 3, 2025
Fares even worse against some other currencies.
Not a word from the Finance Minister.
In 2014 bjp had promised Achche Din.
I guess it was for the others, not Indians.
For India, it is spy apps- spy saathi.
रुपए में यह गिरावट कमजोर ट्रेड और पोर्टफोलियो फ्लो के साथ-साथ भारत-यूएस ट्रेड डील को लेकर बढ़ती अनिश्चितता के बीच आई। रुपए में तेज गिरावट का असर घरेलू मार्केट पर भी पड़ा। निफ्टी इंडेक्स 26,000 के लेवल से नीचे चला गया।
चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वी. अनंथा नागेश्वरन ने बुधवार को रुपए में गिरावट की वजह से इकोनॉमी पर किसी बड़े बुरे असर की आशंकाओं को दूर किया।
सीआईआई के एक कार्यक्रम में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि गिरता रुपया महंगाई या एक्सपोर्ट पर असर नहीं डाल रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपया 90 के आंकड़े से नीचे गिरने के बाद एक सवाल के जवाब में नागेश्वरन ने मजाक में कहा कि भारतीय करेंसी के कमजोर होने से सरकार की नींद नहीं उड़ी है।
हालांकि, उन्होंने यह उम्मीद जताई है कि अगले साल रुपए में सुधार होना चाहिए।
भारत के एक्सपोर्ट पर यूएस टैरिफ बढ़ोतरी से पैदा हुई वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते 2025 में यूएस डॉलर के मुकाबले रुपए में लगभग 5 परसेंट की गिरावट आई है।