मध्यप्रदेश : तीन एसडीएम और एक तहसीलदार निलंबित
मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव बी पी सिंह इंदौर के तीन अनुविभागीय दण्डाधिकारियों औऱ एक तहसीलदार को निलंबित करने के बाद महू क्षेत्र स्थित उप प्रभागीय अधिकारी और तहसीलदार कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे;
इंदौर। मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव बी पी सिंह कल इंदौर के तीन अनुविभागीय दण्डाधिकारियों (एसडीएम) औऱ एक तहसीलदार को निलंबित करने के बाद आज यहां महू क्षेत्र स्थित उप प्रभागीय अधिकारी (एसडीओ) और तहसीलदार कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे।
श्री सिंह ने लगभग तीन घंटे तक यहां कार्यप्रगति और राजस्व प्रकरणों से जुड़ी फाइल जांची।
महू पहुंचे मुख्य सचिव ने यूनीवार्ता से चर्चा करते हुए बताया कि राजस्व प्रकरणों की कार्य प्रगति जांचने के उद्देश्य से वे प्रदेश के जिलों में निरीक्षण दौरे कर रहे हैं।
इसी क्रम में वे आज महू के एसडीओ और तहसीलदार कार्यालय पहुंचे थे। यहां के कार्य से श्री सिंह असंतुष्ट नजर आए। उन्होंने पूछे जाने पर कहा कि संभवत: यहां आकर उन्होंने अपना समय खराब किया है।
इस दौरान श्री सिंह के साथ इंदौर संभागायुक्त संजय दुबे, इंदौर कलेक्टर निशांत वरवड़े मौजूद थे।
गुरुवार को श्री सिंह ने इंदौर के प्रशासनिक अधिकारियों पर की गई कार्यवाही के संबंध में कहा कि इस बारे में इंदौर संभागायुक्त पर्याप्त जानकारी दे सकते हैं।
संभागायुक्त श्री दुबे ने बताया कि मुख्य सचिव ने गुरुवार को संभाग की समीक्षा बैठक ली थी।
बैठक के दौरान राजस्व प्रकरण का अनुचित निराकरण और अनियमितता पाए जाने पर उन्होंने इंदौर जिले में पदस्थ एसडीएम शृंगार श्रीवास्तव, संदीप सोनी और अजीत श्रीवास्तव को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।
श्री सिंह ने तहसीलदार अशोक डेहरिया और नीता राठौर को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही अलीराजपुर में पदस्थ तहसीलदार दर्शनी सिंह को मौके पर निलंबित करने के आदेश दिए हैं।
श्री दुबे ने बताया कि निलंबन और कारण बताओ नोटिस की कार्यवाही से प्रभावित सभी अधिकारियों को श्री सिंह ने आदेशित किया है कि वे अनियमितता के संबंध में एक लिखित प्रस्तुतिकरण संभागायुक्त के समक्ष प्रस्तुत करें, जिसके आधार पर आगामी कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।