तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश के प्रतिभागियों ने दिया व्याख्यान
शारदा विश्वविद्यालय में साइंस एण्ड इंजीनियरिंग ऑफ मेटेरियल्स विषय पर अंतरास्ट्रीय सम्मलेन का शुभारंभ हुआ, तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मलेन में मटेरियल साइंस के दवा;
ग्रेटर नोएडा। शारदा विश्वविद्यालय में साइंस एण्ड इंजीनियरिंग ऑफ मेटेरियल्स विषय पर अंतरास्ट्रीय सम्मलेन का शुभारंभ हुआ, तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मलेन में मटेरियल साइंस के दवा, स्वास्थ्य, सूचना एवं संचार, राष्ट्रीय सुरक्षा व अंतरिक्ष, परिवहन, ऊर्जा उत्पादन और संरक्षण, वस्त्र इत्यादि में विशिष्ट योगदान पर चर्चा होगा। मटेरियल साइंस के क्षेत्र हाल के दिनों में पॉलिमर, सिरेमिक, कांच, नैनो मटेरियल, बायो मटेरियल आदि के क्षेत्र में विस्तारित हुआ है।
नैनो मटेरियल ने हाल के वर्षों में विद्युत, ऑप्टिकल और चुम्बकीय गुणों के आधार पर विशेष रूचि उत्पन्न की है। सम्मलेन का उद्घाटन प्रो. विक्रम कुमार जो सेण्टर फॉर लेबोरटरी एके्रडिएशन के चेयरमैन तथा डीआरडीओ पूर्व डायरेक्टर ने अपने सेमीकंडक्टर, मैटेरियल्स और डिवाइस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपने कार्यों के बारे में बताया।
प्रो. विक्रम कुमार को उपरोक्त विषय पर कार्य के लिए शांति स्वरुप भटनागर पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। साइंस एण्ड इंजीनियरिंग ऑफ मैटेरियल्स पर आयोजित इस सम्मलेन में कई अंतररास्ट्रीय याति प्राप्त शिक्षाविद तथा वैज्ञानिक भाग ले रहे हैं, जिनमें मुख्य हैं फ्रांस के प्रो. क्रिश्चियन जुलिएन, दक्षिण कोरिया के प्रो. हीवो रही, मलेशिया के प्रो. एके. अरोफ़, सिंगापूर के प्रो. लू ली के साथ साथ कई भारतीय वैज्ञानिक भाग ले रहे हैं। शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पीके. गुप्ता ने स्कूल ऑफ बेसिक साइंस को सफल आयोजन के लिए बधाई दिया। उन्होंने सभी डेलीगेटों के स्वागत करते हुए कहा कि इसके माध्यम से हमें कई देशों के नवीनतम उपलब्धियों से परिचय होगा।