वाशिंगटन : अमेरिकी और जार्डन की सेनाओं ने सीरिया में आइएस आतंकी समूह के खिलाफ बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए। इसमें 70 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ये हमले अमेरिकी एफ-15 और ए-10 जेट विमानों के साथ-साथ अपाचे हेलीकाप्टरों और हिमर्स राकेट प्रणालियों द्वारा किए गए थे। अमेरिकी केंद्रीय कमान ने बताया कि हमले रात भर चले। कमान ने हवाई हमलों का फुटेज जारी किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर चेतावनी जारी करते हुए कहा कि आइएस पर पहले से कहीं ज्यादा करारा प्रहार किया जाएगा। यह 13 दिसंबर को सीरिया के पल्मायरा में अमेरिकी सेना पर हुए हमले का सीधा जवाब है। तीन अमेरिकियों की मौत का बदला लेने के लिए हमले किए गए, जिनके बारे में कहा गया कि यह एक अकेले आइएस(ISIS) बंदूकधारी ने किया था, जिसे बाद में मार दिया गया।
जवाबी कार्रवाई
हाकआइ स्ट्राइक अभियान अमेरिकी और सीरियाई सेना के काफिले को आइएस हमलावर द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद चलाया गया है। ट्रंप ने कहा कि हमले सीरिया में इस महीने की शुरुआत में आइएस द्वारा दो अमेरिकी सैनिकों की हत्या के जवाब में किए गए हैं। अमेरिकी युद्ध मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा कि अमेरिका ने आइएस लड़ाकों, उनके बुनियादी ढांचे और हथियार ठिकानों को नष्ट करने के लिए आपरेशन हाकआइ स्ट्राइक शुरू किया है। यह किसी युद्ध की शुरुआत नहीं है। यह प्रतिशोध की घोषणा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका अपने नागरिकों की रक्षा करने में जरा भी संकोच नहीं करेगा।
अमेरिकियों पर हमले का मिलेगा निर्णायक जवाब
चेतावनी देते हुए कहा कि दुनिया में कहीं भी अमेरिकियों पर हमले का निर्णायक जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “आप दुनिया में कहीं भी अमेरिकियों को निशाना बनाते हैं, तो अपनी जिंदगी के बचे हुए समय यह जानते हुए बिताएंगे कि अमेरिका आपका पीछा करेगा, ढूंढ निकालेगा और बेरहमी से मार डालेगा।” एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, बड़े पैमाने पर जवाबी हमलों में एफ-15 और ए-10 फाइटर जेट, अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर और रॉकेट आर्टिलरी का इस्तेमाल किया गया।