मुगलसराय से लाल बहादुर शास्त्री का था गहरा नाता
एशिया के सबसे बड़े रेलयार्ड के लिए मशहूर मुगलसराय का नाम बदलकर पं0 दीनदयाल उपाध्याय करने को लेकर चाहे जितना हो हल्ला मचा हो लेकिन सच तो ये है;
मुगलसराय । एशिया के सबसे बड़े रेलयार्ड के लिए मशहूर मुगलसराय का नाम बदलकर पं0 दीनदयाल उपाध्याय करने को लेकर चाहे जितना हो हल्ला मचा हो लेकिन सच तो ये है कि इस स्थान से “ जय जवान, जय किसान” का नारा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का गहरा नाता था।
“ जय जवान,जय किसान” का नारा देकर देश में हरित क्रांति की अलख जगाने वाले दिवंगत प्रधानमंत्री की जन्मस्थली मुगलसराय है।
मुगलसराय दशकों से उपेक्षा का दंश झेल रहा है।
शास्त्रीजी का जन्मस्थान होने के बावजूद यहां उनकी मूर्ति लगाने के लिए संघर्ष कर रहे लोगों को पुलिस से कई बार लोहा लेना पड़ा।
सूबे में राजनीतिक सत्ता बदली।
योगी आदित्यनाथ की अगुआई में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की सरकार बनी।सत्ता बदलते ही योगी मंत्रिमंडल ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन और शहर का नाम पं0 दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर करने का फैसला ले लिया।
भाजपा और उसकी सरकार पं0 दीन दयाल उपाध्याय का जन्मशती समाराेह मना रही है।उपाध्याय जी 11 फरवरी 1968 को मुगलसराय में रेलयात्रा के दौरान मृत पाये गए थे।उनकी मृत्यु को संदिग्ध बताते हुए जनसंघ के संस्थापकों में से एक बलराज मधोक ने श्री उपाध्याय की मृत्यु को स्वाभाविक नहीं बताते हुए कहा था कि पंडितजी की हत्या की गई।