सौंदर्यता के लिए खर्च किए लाखों लेकिन स्वच्छता का अभाव
गत वर्ष रायपुर रोड़ पर पावर हाउस के बाजू सौन्द्रर्यीकरण निगम द्वारा करवाया गया था, जिसमें लाखों रुपये खर्च किये गये;
धमतरी। गत वर्ष रायपुर रोड़ पर पावर हाउस के बाजू सौन्द्रर्यीकरण निगम द्वारा करवाया गया था, जिसमें लाखों रुपये खर्च किये गये। बकायदा नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल से उद्घाटन भी कराया गया, लेकिन चंद महीनों बाद ही सौन्द्रर्यीकरण को ग्रहण लग चुका है। जिस उद्देश्य से जनता के लाखों रुपये उपयोग किये गये उसे उद्देश्य की पूर्ति ही नहीं हो पा रही है। कुछ महीने तक पावर हाउस के पास सौन्द्रर्यीकरण देखते ही ही बनता था।
सुंदर लाइटिंग फौव्हारे आकर्षक कलाकृतियां बेहतर साज सज्जा आदि आंखो को सुकुन देती थी। इसलिये शाम 6 बजे के बाद यह नजारा आकर्षक लगता था। यहां बैठने हेतु कुर्सियां भी लगायी गयी है। जहां लोग सौन्द्रर्यता को निहारते बैठा करते थे। लेकिन चंद महीनों में ही सौन्द्रर्यता को मानों ग्रहण लग गया और लोग बैठना तो दूर आसपास रुकते भी नहीं। इसका कारण है कि सौन्द्रर्यता की देखभाल नहीं करना।
निगम द्वारा लगाये गये लाईट अधिकांश बंद पड़े रहते है। फौव्हारा बंद है। कुछ महीने पूर्व आग लगने के बाद कुछ कलाकृतियां जल गयी थी। उसे भी ठीक नहीं किया गया है। घास झाड़ियां बन चुकी है। और सौन्द्रर्यीकरण के आसपास बरामदे में धूल कीचड़ का आलम रहता है। बारिश के मौसम में तो गंदगी ज्यादा है। सामने पानी जमा होने से कीचड़ रहता है।
पैसे का हुआ दुरुपयोग
निगम द्वारा लाखों रुपये से सौन्द्रर्यीकरण किया गया। अब इसका औचित्य नहीं रह गया। ऐसे में शहरवासी इस पर सवाल उठा रहे है। लोगो का कहना है कि यदि सौन्द्रर्यीकरण किया गया है तो उसका सही रख रखाव करना चाहिये नहीं तो जनता के पैसो को ऐसे कार्य में लगाना चाहिये जिससे सुविधा को लाभ हो, परेशानी घटे। इस प्रकार पैसो का दुरुपयोग ठीक नहीं है।