कर्नाटक के राज्यपाल का आदेश संवैधानिक शक्ति का पूरी तरह से दुरुपयोग है: राम जेठमलानी
वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने आज कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई के फैसले के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है;
नई दिल्ली। कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा भारतीय जनता पार्टी के नेता बी.एस. येदियुरप्पा को बहुमत से आठ सीट कम आने के बावजूद नई सरकार के गठन के लिए आमंत्रित करने से नाराज वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी ने आज सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
#WATCH Senior lawyer Ram Jethmalani speaks on Karnataka politics, says, 'What has BJP said to Guv, that he did such a stupid action? Order of Guv is open invitation to do corruption.' Jethmalani has approached SC against Karnataka Guv's invitation to Yeddyurappa for forming govt. pic.twitter.com/uLa0oXcPQZ
मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमृर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने जेठमलानी को शुक्रवार को संबंधित पीठ के समक्ष अपनी याचिका का उल्लेख करने के लिए कहा।
कानूनी लड़ाई लड़ने से सेवानिवृत्ति ले चुके जेठमालनी ने पीठ को बताया कि कर्नाटक के राज्यपाल का आदेश "संवैधानिक शक्ति का पूरी तरह से दुरुपयोग है।"
सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार मध्य रात्रि को हुई सुनवाई में येदियुरप्पा के राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था।
येदियुरप्पा ने कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार सुबह राजभवन में कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
हालांकि, न्यायालय ने उस पत्र की मांग की है, जो येदियुरप्पा ने कर्नाटक के राज्यपाल को खुद के भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने की सूचना देने के लिए लिखा था।
शीर्ष न्यायालय ने कहा कि येदियुरप्पा का शपथ ग्रहण उसके समक्ष पेश मामले के अंतिम नतीजे के अधीन है।