वक्फ संपत्तियों के रिकॉर्ड को लेकर छिड़ा विवाद, महबूबा मुफ्ती ने गहन जांच की मांग की
श्रीनगर, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। देशभर में वक्फ संपत्तियों के रिकॉर्ड को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। वक्फ बोर्ड से जुड़े नए 'उम्मीद' के डाटाबेस में पुरानी प्रविष्टियों की तुलना में कुल 3,55,312 वक्फ संपत्तियां रिकॉर्ड से कम पाई गई हैं। यह जानकारी हाल ही में जारी आंकड़ों और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा उठाए गए सवालों के बाद चर्चा में है।;
देश में 3.55 लाख वक्फ संपत्तियां रिकॉर्ड से गायब, महबूबा मुफ्ती ने की विस्तृत जांच की मांग
श्रीनगर। देशभर में वक्फ संपत्तियों के रिकॉर्ड को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। वक्फ बोर्ड से जुड़े नए 'उम्मीद' के डाटाबेस में पुरानी प्रविष्टियों की तुलना में कुल 3,55,312 वक्फ संपत्तियां रिकॉर्ड से कम पाई गई हैं। यह जानकारी हाल ही में जारी आंकड़ों और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा उठाए गए सवालों के बाद चर्चा में है।
महबूबा मुफ्ती द्वारा शेयर किए गए टेबल के अनुसार, 2024 में देशभर में वक्फ संपत्तियों की कुल संख्या 8,72,352 थी, जबकि 7 दिसंबर 2025 तक यह संख्या घटकर 5,17,040 रह गईं यानी राष्ट्रीय स्तर पर 3.55 लाख से अधिक संपत्तियां रिकॉर्ड से गायब हैं।
जम्मू-कश्मीर में भी स्थिति बेहद चिंताजनक बताई जा रही है। यहां 9 दिसंबर 2024 को वक्फ संपत्तियों की संख्या 32,533 थी, जो 2025 में घटकर 25,293 रह गईं यानी 7,240 प्रविष्टियां अचानक रिकॉर्ड से हट गईं। महबूबा मुफ्ती ने यही आंकड़े अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल के जरिए साझा करते हुए गंभीर चिंताएं व्यक्त कीं।
उन्होंने कहा, "वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर पहले से ही सवाल हैं और इतनी बड़ी संख्या में संपत्तियों का रिकॉर्ड से गायब होना बेहद चिंताजनक है। हिंसा, ध्वस्तीकरण और मुस्लिम समुदाय को हाशिये पर धकेलने की घटनाओं के बीच वक्फ भूमि का क्षरण एक और बड़ा वार जैसा महसूस होता है। आखिर यह सब कहां जाकर रुकेगा?" महबूबा मुफ्ती ने सरकार से इस पूरे मुद्दे पर स्पष्ट जवाब और विस्तृत जांच की मांग की है।
टेबल के अनुसार कई राज्यों में संपत्तियों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज हुई है। उत्तर प्रदेश में वक्फ संपत्तियां 2,17,161 से घटकर 86,345, पंजाब में 75,965 से घटकर 25,910 और तमिलनाडु में 66,092 से घटकर 8,252 रह गई हैं।
इसी तरह केरल में वक्फ संपत्तियां 53,297 से घटकर 42,772, गुजरात में 39,940 से घटकर 27,458 और हरियाणा में 23,267 से घटकर 13,445 हो गई हैं।
कई राज्यों में संख्या मामूली कम हुई है, जबकि कुछ राज्यों में वृद्धि भी हुई है, जैसे बिहार में 1,750 से बढ़कर 5,220 और महाराष्ट्र में 36,701 से बढ़कर 62,939 वक्फ संपत्तियां हो गई हैं।