मनमोहन मुद्दे पर जेटली का बयान, शांत हुआ विपक्ष का गुस्सा 

 पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर गुजरात चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर सरकार और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच राज्यसभा में एक सप्ताह से जारी गतिरोध आज;

Update: 2017-12-27 18:05 GMT

नयी दिल्ली।  पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर गुजरात चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर सरकार और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच राज्यसभा में एक सप्ताह से जारी गतिरोध आज उस समय समाप्त हो गया जब सदन के नेता अरुण जेटली ने यह कहा कि  मोदी की मंशा डॉ़ सिंह की राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता पर सवाल उठाना नहीं थी। 

भोजनावकाश के बाद कार्यवाही शुरू होने पर  जेटली ने सदन में यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि डॉ़ सिंह या पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की राष्ट्र में भागीदारी पर सवाल उठाने की प्रधानमत्री की मंशा नहीं थी। उन्होंने कहा कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान  माेदी के भाषणों के मुद्दे को विपक्ष के नेता ने पिछले सप्ताह कई बार सदन में उठाया । चुनावों के दौरान पक्ष और विपक्ष की ओर से कई बयान दिये गये। इसको लेकर सदन में गतिरोध नहीं बनना चाहिए। 

 जेटली ने कहा ‘‘ मैं साफ साफ शब्दों में कहना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री ने अपने बयानाें और भाषणों में न:न तो सवाल उठाये और न:न ही उनका मकसद पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व उप राष्ट्रपति की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाना था। इस तरह की कोई भी धारणा त्रुटिपूर्ण है। हम इन नेताओं का और देश के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का बहुत सम्मान करते हैं।” 

PM in his speeches didn't question, nor meant to question the commitment to this nation of either former PM Manmohan Singh or Former VP Hamid Ansari, any such perception is erroneous, we hold these leaders in high esteem, as well as their commitment to India: Arun Jaitley in RS pic.twitter.com/nhwp8tBXTs

— ANI (@ANI) December 27, 2017


 

इस पर विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने धन्यवाद देते हुये कहा कि वह सदन के नेता को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि अगर चुनाव के दौरान उनकी पार्टी की तरफ से किसी ने ऐसा बयान दिया हो जो प्रधानमंत्री की गरिमा के खिलाफ हो तो उनकी पार्टी उस बयान से स्वयं को अलग करती है। कांग्रेस नहीं चाहती कि प्रधानमंत्री की गरिमा के खिलाफ कोई शब्द कहा जाये। 

Thank leader of the house for clarification on what has been issue of contention. I,on behalf of my party, say that we disassociate from any comments made by any member during elections that may have hurt PM's dignity,also we don't want any such thing to be said in future-GN Azad pic.twitter.com/otxVLNWTqu

— ANI (@ANI) December 27, 2017


 

इसके बाद सदन में शीतकालीन सत्र की शुरूआत से जारी गतिरोध समाप्त हो गया और कार्यवाही सुचारू तरीके से चलने लगी। 
 

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