हरियाली बढ़ने से पर्यावरण संकट का सामना करना संभव

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने आज कहा कि पर्यावरण संकट का सामना करने के लिए हरियाली क्षेत्र का विस्तार करना बेहद जरूरी है।;

Update: 2019-09-01 16:16 GMT

पटना । जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने आज कहा कि पर्यावरण संकट का सामना करने के लिए हरियाली क्षेत्र का विस्तार करना बेहद जरूरी है।

 प्रसाद ने यहां स्वयंसेवी संस्था ‘कदम’ एवं पाटलिपुत्र नगर विकास समिति संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘जल-जीवन-हरियाली’ कार्यक्रम के तहत पौधारोपण करने के बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के आसन्न खतरों का सामना करने के लिए हरियाली क्षेत्र का विस्तार करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को पूरे प्रांत में अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है। 

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर जदयू कार्यकर्ता, स्वयंसेवी संस्थाएं, शैक्षिक संस्थान एवं आम नागरिक पर्यावरण को मिल रही चुनौतियों को अवसर में बदलने के लिए पौधे लगा रहे हैं। उन्होंने इस अभियान को अब मिलने लगे स्वतःस्फूर्त जनसमर्थन की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह हैरत और अफसोस की ही बात है कि जिस देश में, समाज में पेड़-पौधों को पूजने की प्रथा रही है, अब उसी देश में, उसी समाज में पेड़ कम हो रहे हैं। बदलते दौर के साथ लोगों का प्रकृति से रिश्ता टूटने लगा।

श्री प्रसाद ने कहा कि बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए वृक्ष काटे जा रहे हैं, जिससे जंगल खत्म हो रहे हैं। देश में वन क्षेत्रफल 19.2 प्रतिशत है, जो बहुत ही कम है। इससे पर्यावरण के सामने संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि घटते वन क्षेत्र को राष्ट्रीय लक्ष्य 33.3 प्रतिशत के स्तर पर लाने के लिए ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने होंगे। 

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि हालांकि सकारात्मक तथ्य यह भी है कि अब जनमानस में पर्यावरण के प्रति जागरूकता आ रही है। लोग अब पेड़-पौधों की अहमियत को समझने लगे हैं। बिहार में हरित आवरण वृद्धि के लिए जो कार्यक्रम हुए उसके कारण आज इसमें उल्लेखनीय बढ़ोतरी हो रही है।

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