ईरान गृहयुद्ध की चपेट में है, खामेनेई को उसपर ध्यान देना चाहिए : प्रतुल सहदेव

भारत में मुसलमानों की स्थिति पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की टिप्पणी पर छत्तीसगढ़ भाजपा प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने लानत-मलामत की;

Update: 2024-09-18 09:33 GMT

रांची। भारत में मुसलमानों की स्थिति पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की टिप्पणी पर छत्तीसगढ़ भाजपा प्रवक्ता प्रतुल सहदेव ने लानत-मलामत की।

उन्होंने कहा, “अयातुल्ला खामेनेई को पहले अपने देश की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए। उनका देश गृहयुद्ध की चपेट में है। उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा कर रही है। वहां पर अल्पसंख्यकों की क्या स्थिति है? इसके बारे में भी उन्हें श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। यह काम वह करें, वहां की सरकार करे। जहां तक भारत के अल्पसंख्यकों की बात है तो वह यहां जितने सुरक्षित उसका कारण है कि वह भारत में हैं, जितना उनको हक भारत में मिला है और जितना आगे वह भारत में बढ़े हैं। उतनी उन्नति पाकिस्तान में रहने वाले लोगों ने भी नहीं की है।”

उन्होंने आगे कहा, "भारत के विभाजन के समय, जो लोग यहां से पाकिस्तान गए थे, वहां उनको मुजाहिद कहा जाता है। लेकिन इस देश ने मुसलमान को राष्ट्रपति बनाया है। अल्पसंख्यकों को हमारे देश में पूरा सम्मान मिलता है।”

बता दें कि ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने कहा था कि भारत में मुसलमान परेशान हैं और उन पर अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा था कि अगर लोगों को म्यांमार, गाजा, भारत या किसी अन्य जगह पर किसी मुसलमान की पीड़ा के बारे में पता नहीं है, तो उन्हें खुद को मुसलमान नहीं मानना चाहिए।

खामेनेई ने 16 सितंबर को पैगंबर मोहम्मद की जयंती के मौके पर यह बात कही थी। जिसका भारत ने करारा जवाब भी दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने ईरानी नेता से कहा था कि भारतीय मुसलमानों पर बोलने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। इजरायल भी भारत के समर्थन में आया और उसने ईरानी नेता को अपने ही लोगों का हत्यारा बताया।

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