क्वारंटाइन को लेकर इंडो-अमेरिकन गायक सुभी ने बताए अपने विचार
शिकागो में रह रहीं इंडो-अमेरिकन गायिका सुभी ने कोरोनावायरस के इस समय में खुद से जुड़ी कुछ बातें साझा की;
लॉस एंजेलिस । शिकागो में रह रहीं इंडो-अमेरिकन गायिका सुभी ने कोरोनावायरस के इस समय में खुद से जुड़ी कुछ बातें साझा की हैं। गायिका ने कहा,"हम सभी एक अलग समय में रह रहे हैं क्योंकि कोविड-19 लगातार फैल रहा है और यह न केवल रोजाना के पेशेवर जीवन बल्कि हमारे व्यक्तिगत जीवन को भी प्रभावित कर रहा है। यह दुनिया के लिए बहुत ही अजीब समय है क्योंकि हम ऐसे समय से गुजर रहे हैं, जिसके बारे में कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।"
सुभी ने कहा, "शिकागो में लगभग कोरोनावायरस के 22,000 मामले हैं। यह निश्चित रूप से अमेरिका के लिए और जाहिर तौर पर पूरी दुनिया के लिए एक कठिन समय है। हर कोई अपने घरों में है। शिकागो के मेयर ने इस 'शेल्टर इन प्लेस' घोषित किया था, जिसका अर्थ है कि सभी को अंदर रहना चाहिए। बहुत जरूरी कामों को छोडकर लोग घर से न निकलें। लोग बहुत सावधानी बरत रहे हैं और बाहर निकलने पर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रख रहें हैं। शिकागो में मौसम अभी भी ठंडा है, यह लगभग 2 डिग्री सेल्यिस है और इसने लोगों को घर पर रखने में भी मदद की है।"
काम को लेकर बात करें तो सुभी ने हाल ही में अपने गीत 'महफिल' का अनावरण किया, जो एलजीबीटीक्यू + समुदाय के बारे में है।
इस ट्रैक को बनाने के पीछे उन्होंने जो कारण साझा किया वो, "जब मैं हाई स्कूल में थी तभी मैं अमेरिका चली गई थी। जैसे-जैसे मैं बड़ी हो रही थी, मैं समझती थी कि प्यार तो प्यार है। प्यार को सीमाओं या लिंग या धर्म से सीमित नहीं किया जा सकता है। महफिल एक ऐसा प्रेम गीत है जो आपको उसे चुनने की आजादी के अधिकार की बात करता है जिसे आप प्यार करना चाहते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हर किसी को अपने लिंग, धर्म, जाति या पंथ से हटकर प्यार करने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए। ऐसी दुनिया में जहां बहुत नफरत है, मैं ऐसा संगीत बनाना चाहता हूं जो अच्छा और सकारात्मक हो। मैंने पुलकित दत्ता के साथ मिलकर इस संदेश को देता हुआ एक म्युजिक वीडियो बनाया है। यह गीत एलजीबीटी समुदाय का समर्थन जरूर करता है लेकिन मैंने इसे सभी समुदायको ध्यान में रखते हुए लिखा है।"