2011 में सबसे ज्यादा शामिल हुए थे श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा में

यह पूरी तरह से सच है कि अमरनाथ यात्रा के प्रति एक रिकार्ड सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने का वर्ष 2011 की यात्रा में बना था;

Update: 2020-07-04 17:00 GMT

सबसे ज्यादा मौतें हुई थीं 2012 की यात्रा के दौरान

जम्मू । यह पूरी तरह से सच है कि अमरनाथ यात्रा के प्रति एक रिकार्ड सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं के शामिल होने का वर्ष 2011 की यात्रा में बना था जब रिकार्ड तोड़ 6.35 लाख श्रद्धालुओं ने इस यात्रा में शिरकत की थी। और उसके अगले साल यानि 2012 में सबसे ज्यादा 119 अमरनाथ श्रद्धालुओं की मौतें दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई थीं। और इस बार कोरोना के कारण, अगर यात्रा को संपन्न करवाया भी जाता है तो सबसे कम श्रद्धालुओं के शामिल होने का रिकार्ड बनेगा।

वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2019 के आंकड़ों पर अगर एक नजर दौड़ाएं तो वर्ष 2016 में, जब हिज्बुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्याय बुरहान वानी की मौत हुई थी, सबसे कम 2.20 लाख श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए थे। जबकि चौंकाने वाली बात यह है कि वर्ष 2008 में जब अमरनाथ भूमि आंदोलन को लेकर जम्मू में दो माह तक लगातार आंदोलन, हड़ताल और कर्फ्यू लागू रहा था तब भी सरकारी रिकार्ड के मुताबिक, 5.50 लाख श्रद्धालुओं ने 14500 फुट की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा में बनने वाले हिमलिंग के दर्शन किए थे। हालांकि इस आंकड़े पर आज भी संदेह व्यक्त किया जाता रहा है।

2007 से लेकर 2019 तक के आंकड़ों ने पिछले साल के 25 दिनों के आंकड़े ने पिछले चार साल का रिकार्ड जरूर तोड़ दिया था। हालांकि पिछले साल अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड के अधिकारियों को उम्मीद थी कि अगर सब सकुशलता से चलता रहा तो यात्रा एक नया रिकार्ड बनाएगी पर इसे अधबीच में ही समाप्त कर उनकी उम्मीद को नाउम्मीदगी में बदल दिया गया था। आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 तथा 2018 में क्रमशः 2.63, 5.50, 3.75, 4.59, 6.35, 6.20, 3.53, 3.72, 2.20, 2.60 तथा 2.85 लाख श्रद्धालुओं ने शिरकत की।

ठीक इसी प्रकार सबसे अधिक मौतें 2012 में हुई थीं। तब इसने 119 का आंकड़ा छू लिया था। जबकि अभी तक सबसे कम मौतंें 2013 की अमरनाथ यात्रा में हुई हैं, जब 14 श्रद्धालुओं की मौत हृदयगति रूकने से हुई थी। रिकार्ड के मुताबिक, वर्ष 2007, 2008, 2009, 2010, 2011, 2012, 2013, 2014, 2015, 2016, 2017 तथा 2018 में क्रमशः 50, 72, 45, 100, 111, 119, 14, 45, 41, 18, 60 तथा 34 श्रद्धालुओं की मौतंें हुई हैं जबकि पिछले साल 24 दिनों में होने वाली 30 मौतों ने जरूर चिंता पैदा की थी।

--सुरेश एस डुग्गर--

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