इस बार राष्ट्रपति भवन में नहीं होगी इफ्तार पार्टी
राष्ट्रपति भवन में इस बार इफ्तार पार्टी नहीं होगी, क्योंकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नहीं चाहते कि करदाताओं के पैसे से यहां कोई धार्मिक आयोजन किया जाये;
नयी दिल्ली। राष्ट्रपति भवन में इस बार इफ्तार पार्टी नहीं होगी, क्योंकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नहीं चाहते कि करदाताओं के पैसे से यहां कोई धार्मिक आयोजन किया जाये।
राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अशोक मलिक ने कल देर रात एक ट्वीट करके कहा कि कोविंद का मानना है कि राष्ट्रपति भवन सार्वजनिक इमारत है और इसमें करदाताओं के पैसे से कोई धार्मिक आयोजन नहीं होगा।
After the President took office in July 2017, he directed Rashtrapati Bhavan being a public building there would be no religious observances at taxpayer expense. This is in keeping with the principles of a secular state and applies to all festivities, irrespective of religion 1/3
बकौल मलिक, 2017 में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ही कोविंद ने इस बात के संकेत दे दिये थे कि सार्वजनिक इमारत होने के नाते राष्ट्रपति भवन में करदाताओं के पैसे से कोई धार्मिक आयोजन नहीं किया जायेगा। उन्होंने लिखा है, “निश्चित तौर पर राष्ट्रपति सभी प्रमुख त्योहारों पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हैं। राष्ट्रपति सम्पदा (प्रेसिडेंट एस्टेट) क्षेत्र में रहने वाले अधिकारी और कर्मचारी निजी तौर पर अपने घर में कोई भी धार्मिक त्योहर मनाने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र हैं।”
Of course the President wishes all fellow citizens on all major religious festivals. Officials and employees living in the President's Estate premises are absolutely free to celebrate any religious festival of their choice in the privacy of their homes 2/3
प्रेस सचिव ने लिखा है कि प्रेसिडेंट एस्टेट में मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा जैसे धार्मिक स्थल मौजूद हैं और प्रमुख त्योहारों के अवसर पर राष्ट्रपति इन स्थलों पर जाकर लोगों को शुभकामनाएं भी देते हैं। उदाहरण के तौर पर, कोविंद हाल ही में रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत के अवसर पर मस्जिद गये थे।
President's Estate has religious institutions, such as a temple, a gurudwara and a masjid, erected by and for residents. On major festive occasions, the President does visit these to wish people. For example, he recently visited the masjid to mark the holy month of Ramzan 3/3