हिम्मत है तो राजद घोषणा करे कि उसे मंदिर जाने वालों के वोट नहीं चाहिए : सुशील
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि राजद के विधायक-मंत्री लालू प्रसाद यादव के इशारे पर यदि राम मंदिर, देवी सरस्वती और रामचरित मानस पर लगातार अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं तो पार्टी सीधे यह घोषणा करने की हिम्मत दिखाये कि उसे मंदिर जाने वाले हिंदुओं का वोट नहीं चाहिए;
पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक-मंत्री लालू प्रसाद यादव के इशारे पर यदि राम मंदिर, देवी सरस्वती और रामचरित मानस पर लगातार अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं तो पार्टी सीधे यह घोषणा करने की हिम्मत दिखाये कि उसे मंदिर जाने वाले हिंदुओं का वोट नहीं चाहिए।
श्री मोदी ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि राजद कोटे के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यदि मंदिर को गुलामी और शोषण का प्रतीक मानते हैं तो वे ऐसी पार्टी की गुलामी क्यों कर रहे हैं, जिसके अध्यक्ष परिवार के साथ कभी तिरुपति मंदिर जाते हैं, तो कभी थावे देवी मंदिर में पूजा करते हैं। उन्होंने कहा कि जिस शिक्षा मंत्री को उनके विभागीय अवर मुख्य सचिव ने औकात बता दी और कार्यालय आना बंद करा दिया, वे समाज में वैमनस्य बढाने वाले भाषण देकर "क्रांतिकारी" बनने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा सांसद ने सवालिया लहजे में कहा कि राजद की नजर में यदि मंदिर गुलामी का प्रतीक और शोषण की जगह है, तो दूसरे धर्मों के स्थानों के बारे में उनकी राय क्या है। क्या वे घोषणा करेंगे कि पार्टी धर्मनिरपेक्ष नहीं, धर्म-रहित समाज बनाने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने अपने 15 साल के राज में बिहार की शिक्षा को चौपट किया और सिर्फ चरवाहा विद्यालय बनवाये, उसके मंत्री-विधायक अब स्कूल के महत्व पर 'ज्ञान' दे रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि जो लोग मंदिर का विरोध कर रहे हैं, उन्हें स्कूल-अस्पताल बनवाने से कौन रोक रहा है। वे बतायें कि सत्ता की दूसरी पारी में राजद के शिक्षा मंत्री ने कितने स्कूल बनवाये और इसी दल के स्वास्थ्य मंत्री ने डेढ साल में कितने नये अस्पताल बनवा दिये।