'हिंदू हिंसक नहीं धर्मरक्षक हैं', राहुल गांधी के बयान पर कथावाचक देवकी नंदन का पलटवार

लोकसभा के पहले सत्र में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंदू धर्म पर दिए गए बयान से बवाल मच गया है;

Update: 2024-07-01 23:58 GMT

नई दिल्ली। लोकसभा के पहले सत्र में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंदू धर्म पर दिए गए बयान से बवाल मच गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत सभी सत्ताधारी दल के नेताओं ने राहुल गांधी के बयान की कड़ी निंदा की है।

उधर, संत समाज भी राहुल गांधी के इस बयान को लेकर हमलावर हो गया है। कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया में कहा, मैंने तो सुना है राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान चलाते हैं। लेकिन लगता है उनकी दुकान में हिंदुओं के लिए सामान ही नहीं है।

देवकी नंदन ठाकुर ने कहा, इसलिए लोकसभा चुनाव में उनकी सिर्फ 99 सीटें आई और कांग्रेस के टिकट पर कोई भी हिंदू आचार्य नहीं लड़ा। मैं उनको बता देना चाहता हूं कि हिंदू हिंसक नहीं, बल्कि धर्म रक्षक होता है। भगवान शिव, श्री राम और श्याम सुंदर ने दैत्यों का वध किया था। हिंदू तब युद्ध करता है जब रावण मां सीता का हरण करता है। जब दुर्योधन द्रौपदी का चीरहरण करता है।

उन्होंने कहा, मंदिर की रक्षा के लिए हिंदू हिंसक होता है। अगर हिंदू हिंसा करता है तो पूरी दुनिया में उसका ही साम्राज्य होता है। हिंदू को हिंसक कहने का मतलब जैन, सिख, और बु्द्ध धर्म के लोगों को भी हिंसक कहना। यूपी में आपको लोगों ने वोट दिया, मतलब वो लोग भी हिंसक हैं। संसद में हिंदू धर्म पर ऐसी टिप्पणी कतई बर्दाश्त नहीं है। राहुल गांधी ने हिंदुओं का अपमान किया है।

दरअसल, राहुल गांधी ने संसद में कहा, वहीं लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत करते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी, भाजपा और आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कुर्सी से उठकर इस पर पलटवार करते हुए कहा कि यह काफी गंभीर विषय है। गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म पर करोड़ो लोग गर्व करते हैं। राहुल गांधी को अपने बयान के लिए संसद में माफी मांगनी चाहिए।

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