पूरन कुमार आत्महत्या मामला: हरियाणा सरकार की बड़ी कार्रवाई, डीजीपी शत्रुजीत कपूर को जांच पूरी होने तक अवकाश पर भेजा
हरियाणा सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को लंबे अवकाश पर भेज दिया है;
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वाई. पूरन कुमार सुसाइड मामले में सरकार ने की बड़ी कार्रवाई
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को लंबे अवकाश पर भेज दिया है।
सूत्रों के अनुसार, पूरन कुमार के सुसाइड नोट में लगाये गये आरोपों और परिजनों के बयानों को ध्यान में रखते हुए कपूर को इस मामले की जांच पूरी होने तक अवकाश पर भेज दिया गया है।
पुलिस ने इस मामले में डीजीपी समेत उन सभी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिनके नाम सुसाइड नोट में उल्लिखित हैं।
उल्लेखनीय है कि पूरन कुमार 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और रोहतक के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) के पद पर तैनात थे। उन्होंने सात अक्टूबर को आत्महत्या कर ली थी। उनके आठ पृष्ठों के सुसाइड नोट में 14 वरिष्ठ अधिकारियों के नाम थे, जिन पर उन्होंने उत्पीड़न और करियर को बाधा पहुंचाने के गंभीर आरोप लगाये थे। इनमें डीजीपी कपूर और रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया पर सबसे गंभीर आरोप थे।
इस मामले में बिजारनिया को शनिवार को पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह सुरिंदर सिंह भोरिया को रोहतक का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। फिलहाल बिजारनिया को कोई नया पद नहीं दिया गया है।
चंडीगढ़ पुलिस ने पूरन कुमार की पत्नी से उनका लैपटॉप भी जांच के लिए मांगा है।