नए साल की शुरुआत में कांग्रेस का ‘महा जन संपर्क अभियान’ – भ्रष्टाचार पर सीधा वार!
गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 31 दिसंबर 2025 को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घोषणा की कि पार्टी 1 जनवरी 2026 से ‘महा जन संपर्क अभियान’ कार्यक्रम के साथ मैदान में उतरेगी;
By : Deshbandhu
Update: 2025-12-31 16:32 GMT
जनता संगठित होगी, भाजपा की लूट पर लगेगा ताला – कांग्रेस का ऐलान
- गाँव-गाँव जन संवाद, शहर-शहर घोषणापत्र – जनता की राय से बनेगा नया एजेंडा
- जन मंच और आक्रोश पदयात्रा से गूँजेगी जनता की आवाज़, हर वार्ड में उठेगा सवाल
- किसान आक्रोश से लेकर जनक्रोश यात्राओं तक – जनता की पीड़ा से जन्मा महाअभियान
गुजरात। गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 31 दिसंबर 2025 को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घोषणा की कि पार्टी 1 जनवरी 2026 से ‘महा जन संपर्क अभियान’ कार्यक्रम के साथ मैदान में उतरेगी। इस अभियान का उद्देश्य भाजपा शासित स्थानीय स्वशासन संस्थाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार और खुलेआम लूट के खिलाफ जनता को संगठित करना है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमितभाई चावड़ा ने बताया कि-
- ग्रामीण क्षेत्रों में 1090 जिला पंचायतों और 5200 तालुका पंचायत सीटों पर ‘जन संवाद कार्यक्रम’ के माध्यम से जनता से सीधा संवाद स्थापित किया जाएगा।
- शहरी क्षेत्रों में ‘कांग्रेस अपने द्वार – जनता का घोषणापत्र’ कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ता घर-घर जाकर सुझाव और राय प्राप्त करेंगे। इनसे स्थानीय स्वशासन चुनावों के लिए एक जन-केंद्रित घोषणापत्र तैयार किया जाएगा।
- प्रत्येक वार्ड में ‘जन मंच’ बनाया जाएगा, जहां उन लोगों को आवाज मिलेगी जिनकी समस्याएं सरकारी दफ्तरों में नहीं सुनी जातीं।
- ‘जन आक्रोश पदयात्रा’ के जरिए भ्रष्टाचार और जनता की समस्याओं को उजागर कर समाधान की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
कांग्रेस ने बताया कि पिछले महीनों में पार्टी ने कई यात्राओं के माध्यम से जनता की पीड़ा सुनी है-
- किसान आक्रोश यात्रा में सौराष्ट्र के 11 जिलों में 1100 किलोमीटर की दूरी तय की गई।
- जनक्रोश यात्रा के पहले चरण में उत्तरी गुजरात के 7 जिलों में 1300 किलोमीटर की पदयात्रा की गई।
- मध्य गुजरात जनक्रोश यात्रा का दूसरा चरण वर्तमान में जारी है, जो 1400 किलोमीटर की दूरी तय कर 6 जनवरी को दाहोद में समाप्त होगा।
इन यात्राओं की सफलता और जनता से मिली प्रतिक्रिया के बाद कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि यह अभियान किसी मुट्ठीभर लोगों के लिए नहीं, बल्कि गुजरात की विशाल जनता के अधिकारों और विशेषाधिकारों के लिए है।